चित्रपट / एल्बम :वक़्त (1965)
संगीतकार :रवि
गीतकार : साहिर लुधियानवी
गायक :मन्ना डे
ऐ मेरी जोहराजबीं, तुझे मालूम नहीं
तू अभी तक है हसीं और मैं जवां
तुझपे कुर्बान मेरी जान, मेरी जान
ये शोखियां, ये बांकपन जो तुझमें है कहीं नहीं
दिलों को जीतने का फन जो तुझमें है कहीं नहीं
मैं तेरी आँखों में पा गया दो जहां
ऐ मेरी ज़ोहराजबीं...
तू मीठे बोल जान-ए-मन जो मुस्कुरा के बोल दे
तो धड़कनों में आज भी, शराबी रंग घोल दे
ओ सनम मैं तेरा आशिक-ए-जा-विदां
ऐ मेरी ज़ोहराजबीं...
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