Thursday, 2 February 2017

# Bade Hain Dil Ke Kaale /बड़े हैं दिल के काले



चित्रपट / एल्बम : दिल देके देखो (1959)
संगीतकार :उषा खन्ना
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायक एवं गायिका :मो.रफ़ी,आशा भोंसले

बड़े हैं दिल के काले
हाँ यही नीली सी आँखों वाले
सूरत बुरी हो
बुरा नहीं दिल मेरा
ना हो यकीं आज़मा ले
मेरी जान वाह वाह वाह

जैसे भले हो सब है खबर
शेर-ओ-शरारत की ये नज़र
आँखों में आँखें डाल के हम
हो गये अब तो जान-ए-जिगर
हाँ यहीं तो थे अभी आप किधर गये
समझो हमें हम जान से गुज़र गये
जीते जी मर गये, वाह जी वाह
मरना मेरी ज़िन्दगी है दीवाना हूँ प्यार का
तुम भी एक दिन आज़माँ के देखो तो ज़रा
बड़े हैं दिल के काले...

रोक भी लो अब अपनी ज़ुबान
वरना क़यामत होगी यहाँ
हम भी क़यामत से नहीं कम
जाओगे बचके दूर कहाँ
हाँ हमको बड़े बड़े ढूँढ के हारे
ढूँढ ही लाएंगे दिल के सहारे
आप किसी के भी हैं, वाह जी वाह
खुल जायेगा हाल तुम पे दिल-ए-बेक़रार का
नैनों से नैना मिला के देखो तो ज़रा
बड़े हैं दिल के काले...

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