Thursday, 2 February 2017

# Nain Lad Jai He /नैन लड़ जई हे


चित्रपट / एल्बम : गंगा जमुना (1961)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक : मो.रफ़ी

लागा गोरी गुजरिया से नेहा हमार
होइ गवा सारा चौपट मोरा रोजगार

नैन लड़ जईहे तो मनवा मा कसक होइबे करी
प्रेम का चुटीहे पटाखा तो धमक होइबे करी
नैन लड़ जईहे...

रूप को मनमा बसईबा तो बुरा का होईहे
तोहू से प्रीत लगईबा तो बुरा का होईहे
प्रेम की नगरी म कुछ हमरा भी हक़ होइबे करी
नैन लड़ जईहे...

होई गवा मनमा मोरे तिरछी नजर का हल्ला
गोरी को देखे बिना निंदिया ना आवै हमका
फाँस लगी है तो करेजवा म खटक होइबे करी
नैन लड़ जईहे...

आँख मिल जई है सजनिया से तो नाचन लगीहे
प्यार की मीठी गजल मनवा भी गावन लगीहे
झाँझ बजी है तो कमरिया म लचक होइबे करी
नैन लड़ जईहे...

नैना जब लड़ी है तो भैय्या मनमा कसक होइबे करी
मन ले गयी रे धोबनिया रामा कैसा जादू डार के
कैसा जादू डार के रे, कैसा टोना मार के
मन ले गयी रे...

No comments:

Post a Comment