चित्रपट / एल्बम : चोरी चोरी (1956)
संगीतकार : शंकर जयकिशन
गीतकार : हसरत जयपुरी
गायक और गायिका : मन्ना डे और लता मंगेशकर
लता : आजा सनम मधुर चांदनी में हम-तुम मिले
तो वीराने में भी आ जाएगी बहार
झूमने लगेगा आसमान, झूमने लगेगा आसमान
कहता है दिल और मचलता है दिल
मोरे साजन ले चल मुझे तारों के पार
लगता नहीं है दिल यहाँ, लगता नहीं है दिल यहाँ
मन्ना डे : भीगी-भीगी रात में, दिल का दामन थाम ले
खोई खोई ज़िन्दगी, हर दम तेरा नाम ले
लता : (चाँद की बहकी नज़र, कह रही है प्यार कर
ज़िन्दगी है एक सफ़र, कौन जाने कल किधर ) २
मन्ना डे :आजा सनम मधुर चांदनी में हम-तुम मिले
तो वीराने में भी आ जाएगी बहार
झूमने लगेगा आसमान, झूमने लगेगा आसमान
लता : कहता है दिल और मचलता है दिल
मोरे साजन ले चल मुझे तारों के पार
लगता नहीं है दिल यहाँ, लगता नहीं है दिल यहाँ
मन्ना डे: दिल ये चाहे आज तो, बादल बन उड़ जाऊं मैं
दुल्हन जैसा आसमां, धरती पर ले आऊँ मैं
लता : (चाँद का डोला सजे, धूम तारों में मचे
झूम के दुनिया कहे, प्यार में दो दिल मिले) २
दोनों : आजा सनम मधुर चांदनी में हम-तुम मिले
तो वीराने में भी आ जाएगी बहार
झूमने लगेगा आसमान, झूमने लगेगा आसमान
लता : कहता है दिल और मचलता है दिल
मोरे साजन ले चल मुझे तारों के पार
लगता नहीं है दिल यहाँ, लगता नहीं है दिल यहाँ
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