चित्रपट / एल्बम : आरज़ू (1950)
संगीतकार : शंकर जयकिशन
गीतकार : हसरत जयपुरी
गायक : लता मंगेशकर
बेदर्दी बालमा तुझको मेरा मन याद करता है
बरसता है जो आंखों से वो सावन याद करता है
कभी हम साथ गुज़रे जिन सजीली राह्गुजारों से
फिजा के भेष में गिरते हैं अब पत्ते चनारों से
ये राहें याद करती हैं ये गुलशन याद करता है
बेदर्दी बालमा...
कोई झोंका हवा का जब मेरा आँचल उड़ाता है
गुमां होता है जैसे तू मेरा दामन हिलाता है
कभी चूमा था जो तूने वो दामन याद करता है
बेदर्दी बालमा...
वो ही हैं झील के मंज़र वो ही किरणों की बरसातें
जहाँ हम तुम किया करते थे पहरों प्यार की बातें
तुझे इस झील का खामोश दर्पण याद करता है
बेदर्दी बालमा...
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