Thursday, 19 January 2017

# Ruk Jaa Raat Thehar jaa re Chanda/ रुक जा रात ठहर जा रे चन्दा



चित्रपट / एल्बम : दिल एक मन्दिर (1963)
संगीतकार : शंकर जयकिशन
गीतकार : शैलेन्द्र
गायक : लता मंगेशकर

रुक जा रात ठहर जा रे चन्दा
बीते ना मिलन की बेला
आज चाँदनी की नगरी में
अरमानों का मेला

पहले मिलन की यादें लेकर
आयी है ये रात सुहानी
दोहराते हैं फ़िर ये सितारे
मेरी तुम्हारी प्रेम कहानी
रुक जा रात...

कल का डरना, काल की चिंता
दो तन है, मन एक हमारे
जीवन सीमा के आगे भी
आऊँगी मैं संग तुम्हारे
रुक जा रात...

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