Thursday, 19 January 2017

#Surmayi Ankhiyon Mein /सुरमई अँखियों में

     


चित्रपट / एल्बम : सदमा (1983)
संगीतकार : इल्लयराजा
गीतकार : गुलज़ार
गायक : येसुदास


सुरमई अँखियों में 
नन्हाँ-मुन्ना एक सपना दे जा रे 
निंदिया के उड़ते पाख़ी रे
अँखियों में आजा साथी रे

सच्चा कोई सपना दे जा
मुझको कोई अपना दे जा
अंजाना सा, मगर कुछ पहचाना सा
हल्का-फुल्का शबनमी, रेशम से भी रेशमी
सुरमई अँखियों में...

रात के रथ पर जाने वाले
नींद का रस बरसाने वाले
इतना कर दे कि मेरी आँखें भर दे
आँखों में बसता रहे, सपना ये हँसता रहे
सुरमई अँखियों में... 

No comments:

Post a Comment