चित्रपट / एल्बम : पड़ोसन (1968)
संगीतकार :आर.डी.बर्मन
गीतकार : राजेंद्र कृष्ण
गायिका : लता मंगेशकर
भाई बत्तूर, भाई बत्तूर, अब जायेंगे कितनी दूर
नाजुक नाजुक मेरी जवानी, चलने से मजबूर
भाई बत्तूर...
डर लगे क्या होगा, पीछे कोई चोर लगा होगा
छोटी उमरिया सफ़र बड़ा, मैं थक कर हो गई चूर
भाई बत्तूर...
अंगड़ाई जब आये, हुस्न मेरा क्यों इतराए
आई न देखो और सोचूं क्या, हो गयी मैं मगरूर
भाई बत्तूर...
चाल चालूँ इठलाके, बिन सोचे, बलखाके
छाई जवानी ऐसे जैसे नदिया हो भरपूर
भाई बत्तूर...
No comments:
Post a Comment