चित्रपट / एल्बम :दिल्ली का ठग (1958)
संगीतकार :रवि
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायक एवं गायिका : किशोर कुमार,आशा भोंसले
C.A.T. कैट ,कैट  माने बिल्ली, R.A.T. रैट, रैट  माने चूहा
अरे दिल है तेरे पंजे में तो क्या हुआ
M.A.D. मैड, मैड माने पागल, B.O.Y. बॉय, बॉय माने लड़का
अरे मतलब इसका तुम कहो तो क्या हुआ
अरी बावरी तू बन जा मेरी, ज़रा सुन मैं क्या कहता हूँ
ज़रा देख इधर तुझे है खबर, तू है कौन और मैं क्या हूँ
G.O.A.T. गोट, गोट,माने बकरी, L.I.O.N. लायन,लायन माने शेर
अरे दिल है तेरे...
लगे ताकने कभी अपने, शिशा लेके मुंह देखा भी
तुम्हीं इक नहीं जहां में हसीं, ना होगा कोई हमसा भी
N.O.S.E. Nose, Nose माने नाक, C.R.O.W. Crow, Crow माने कौवा
अरे मतलब इसका तुम...
मिला ले नज़र, ओ जान-ए-जिगर, तेरा क्या करेगी दुनिया
जहां से डरो, ये सोचा करो, हमें क्या कहेगी दुनिया
B.A.D. बैड, बैड माने बुरा, B.U.T. बट, बट माने लेकिन
अरे दिल है तेरे...
 
No comments:
Post a Comment