Thursday, 2 February 2017

# Khwaab Ho Tum Ya /ख़्वाब हो तुम या



चित्रपट / एल्बम :तीन देवियाँ (1965)
संगीतकार :  एस.डी.बर्मन
गीतकार :  मजरूह सुल्तानपुरी
गायक  : किशोर कुमार

ख़्वाब हो तुम या कोई हक़ीक़त, कौन हो तुम बतलाओ
देर से कितनी दूर खड़ी हो, और करीब आ जाओ

सुबह पे जिस तरह, शाम का हो गुमां
ज़ुल्फ़ों में इक चेहरा, कुछ ज़ाहिर, कुछ निहार
ख़्वाब हो तुम या...

धड़कनों ने सुनी, एक सदा पाँव की
और दिल पे लहराई, आँचल की छाँव सी
ख़्वाब हो तुम या...

मिल ही जाती हो तुम, मुझको हर मोड़ पे
चल देती हो कितने, अफ़साने छोड़ के
ख़्वाब हो तुम या...

फिर पुकारो मुझे, फिर मेरा नाम लो
गिरता हूँ फिर अपनी बाहों में थाम लो
ख़्वाब हो तुम या...

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