Wednesday 29 November 2017

Kya Hua Tera Wada / क्या हुआ तेरा वादा

चित्रपट / एल्बम  : हम किसी से कम नहीं (1977)
संगीतकार  : आर.डी.बर्मन
गीतकार  : मजरूह सुल्तानपुरी
गायक  : मो.रफ़ी

क्या हुआ तेरा वादा
वो कसम
 वो इरादा
भूलेगा दिल जिस दिन तुम्हें
वो दिन ज़िन्दगी का आखिरी दिन होगा
क्या हुआ..

याद है मुझको, तूने कहा था
तुमसे नहीं रूठेंगे कभी
दिल की तरह से हाथ मिले हैं
कैसे भला छूटेंगे कभी
तेरी बाहों में बीती हर शाम
बेवफा ये भी क्या याद नहीं
क्या हुआ..

ओ कहने वाले मुझको फरेबी
कौन फरेबी है ये बता
ओ जिसने गम लिया प्यार की खातिर
या जिस ने प्यार को बेच दिया
नशा दौलत का ऐसा भी क्या
के तुझे कुछ भी याद नहीं
क्या हुआ...

Tuesday 28 November 2017

Mujhe Ishq Hai Tujhi Se/मुझे इश्क है तुझी से

 Mujhe Ishq Hai Tujhi Se/मुझे इश्क है तुझी से 
चित्रपट / एल्बम : उम्मीद (1971)
संगीतकार : रवि
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक : मो.रफ़ी

मुझे इश्क है तुझी से
मेरी जान-ए-ज़िंदगानी 
तेरे पास मेरा दिल है
       मेरे प्यार की निशानी - 2 

(मेरी ज़िन्दगी में तू है
मेरे पास क्या कमी है
जिसे ग़म नहीं खिज़ा का
वो बहार तूने दी है)-2
 मेरे हाल पर हुई है
तेरी ख़ास मेहरबानी
तेरे पास मेरा दिल है 
मेरे प्यार की निशानी 

(तेरे हुस्न ने दिखाई
मुझे बेख़ुदी की राहें
ये हसीन लब नशीले
ये झुकी झुकी निगाहें)-2
तेरी ज़ुल्फ़ से उठी है
ये घटाओं की जवानी
तेरे पास मेरा दिल है 
मेरे प्यार की निशानी 

(ना मुझे गम-ऐ-मुकद्दर 
न मुझे ग़मे ज़माना 
तेरे दम से है सलामत 
मेरे दिल का आशियाना)-२ 
रहे उम्र भर जुबां पर तेरे प्यार की कहानी 
तेरे पास मेरा दिल है मेरे प्यार की निशानी 

मुझे इश्क़ है तुझी से मेरी जाने ज़िंदगानी 
तेरे पास मेरा दिल है मेरे प्यार की निशानी 
मुझे इश्क है तुझी से ...

Monday 21 August 2017

# Humko Tumse Ho Gaya Hai Pyar /हमको तुमसे हो गया है प्यार


चित्रपट/ एल्बम: अमर अकबर ऐंथनी (1977)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख़्शी 
गायक एवं गायिका : किशोर कुमार, लता मंगेशकर,मुकेश, मो.रफ़ी

किशोर : देख के तुमको दिल डोला है
            गॉड प्रॉमिस हम सच बोला है
            ओ हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें
            बोलो तो जिएँ, बोलो तो मर जाएँ
            हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें
           बोलो तो जिएँ, बोलो तो, मर जाएँ
लता :   हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें
           बोलो तो जिएँ, बोलो तो मर जाएँ
           हो गया है प्यार क्या करें

किशोर : कभी बोलूँ मैं कभी बोले तू , आई लव यू 
लता  :  लव यू लव यू 
किशोर : लव यू ,आई लव यू 
लता : लव यू लव यू 
        मैंने तुमपे, तुमने मुझपे, कर दिया जादू ,आई लव यू 
किशोर : लव यू. लव यू 
लता :आई लव यू.......
किशोर : अब तक छुपाए रखा, शोला दबाए रखा
लता :अब तक छुपाए रखा, शोला दबाए रखा
किशोर : राज़ ये हमने अब खोला है, गॉड प्रॉमिस हम सच बोला है 
ओ हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें
किशोर + लता : बोलो तो जिएँ, बोलो तो मर जाएँ
                     हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें

लता : हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ ............
        हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें
        बोलो तो जिएँ, बोलो तो मर जाएँ
       हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें

मुकेश : तेरे संग जीवन की डोर बँधी है
लता :  चुप चुप संग डोलूं, 
लता + मुकेश : ओवरलैपिंग (लता - कैसे मैं ये बोलूं , मुकेश - मैं सपनों का सागर) तू प्रेम नदी है
मुकेश : अब तक छुपाए रखा , शोला दबाए रखा 
लता : अब तक छुपाए रखा , शोला दबाए रखा 
मुकेश : चाँद-चकोरी ज्यूँ दुनिया में
           राम क़सम तू रहे जिया में
           हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें 
लता + मुकेश :   हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें
                       बोलो तो जिएँ, बोलो तो मर जाएँ
                      हमको तुमसे, हो गया है प्यार क्या करें

रफ़ी :  दिल में दिलबर तू रहता है
          ख़ुदा ग़वाह हम सच कहता है
          हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें
रफ़ी +लता : बोलो तो जिऐं बोलो तो मर जाऐं
                 हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें
रफ़ी : एक तो अकबर का कलाम
       उसमें शामिल तेरा नाम
       दो लफ़्ज़ों में करता हूँ
      मुख़्तसर किस्सा तमाम
      मैं शायर हूँ, मेरा है वास्ता हसीनों से
     तेरी फ़ुर्क़त में मैं सोया नहीं महीनों से
 लता : नहीं करते ये बातें परदानशीनों से
          सर-ए-बाज़ार छोड़ो छेड़ महज़बीनों से
रफ़ी : हो ऐ अब तक छुपाए रखा 
        शोला दबाऐ रखा 
लता : अब तक छुपाए रखा 
        शोला दबाऐ रखा 
रफ़ी : हुस्न हमेशा रूठा रहता है
        ख़ुदा ग़वाह हम सच कहता है
        हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें 
रफ़ी + लता : बोलो तो जिऐं बोलो तो मर जाऐं
          हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें 

किशोर +लता : बोलो तो जिऐं बोलो तो मर जाऐं
लता +मुकेश : हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें 
रफ़ी + लता : बोलो तो जिऐं बोलो तो मर जाऐं
किशोर + लता : हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें (मंद गति में)

Wednesday 8 February 2017

# Bol Mere Sathiya /बोल मेरे साथिया


चित्रपट/ एल्बम :ललकार (1972)
संगीतकार :कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : हसरत जयपुरी
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर,मो.रफ़ी

साथिया रे, साथिया रे

बोल मेरे साथिया
कितना मुझसे प्यार है
बोल मेरे साथिया...
जितनी सागर की गहराई
जितनी अम्बर की ऊँचाई
इतना तुमसे प्यार है
बोल मेरे साथिया...

ये बरखा जब छेड़े
इन बूंदों के साज़ को
मेरा दिल तब तरसे
तेरी ही आवाज़ को
जब-जब कोयल गीत सुनाए
भँवरा गुन-गुन गाए, हम्म
तब तुम समझो, तब तुम जानो
मेरी ही पुकार है
बोल मेरे साथिया...

रंग डाला ये जीवन
हमने तेरे प्यार में
ये तन-मन तेरा है
तू है दिल के तार में
सदियाँ बीती तुम पर मरते
नाम तुम्हारा जपते
मौसम बदले, हम ना बदले
ये अपना इक़रार है
बोल मेरे साथिया...

# Ranjish Hi Sahi /रंजिश ही सही

  गीतकार : अहमद फ़राज़

  गायक : मेहदी हसन
 
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ

अब तक दिल-ए-खुशफ़हम को हैं तुझ से उम्मीदें
ये आखिरी शम्में भी बुझाने के लिए आ
रंजिश ही सही...

इक उम्र से हूँ लज्ज़त-ए-गिरया से भी महरूम
ऐ राहत-ए-जां मुझको रुलाने के लिए आ
रंजिश ही सही...

कुछ तो मेरे पिन्दार-ए-मोहब्बत का भरम रख
तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए  आ
रंजिश ही सही...

माना के मोहब्बत का छुपाना है मोहब्बत
चुपके से किसी रोज़ जताने के लिए आ
रंजिश ही सही...

जैसे तुम्हें आते हैं ना आने के बहाने
ऐसे ही किसी रोज़ न जाने के लिए आ
रंजिश ही सही...

पहले से मरासिम ना सही फिर भी कभी तो
रस्म-ओ-रहे दुनिया ही निभाने के लिए आ
रंजिश ही सही...

किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम
तू मुझ से खफा है तो ज़माने के लिए आ
रंजिश ही सही...

# Tere Dar Par Sanam /तेरे दर पर सनम

चित्रपट/ एल्बम : फिर तेरी कहानी याद आई (1993)
संगीतकार : अनु मलिक
गीतकार : कातिल शफई
गायक एवं गायिका :कुमार सानू, साधना सरगम

तेरे दर पर सनम चले आये
तू ना आया तो हम चले आये

बिन तेरे कोई आस भी ना रही
इतने तरसे के प्यास भी ना रही
लड़खड़ाए कदम, चले आये
तेरे दर पर सनम...

इससे पहले की हम पे हँसती रात
बनके नागिन जो हमको डसती रात
लेके अपना भरम, चले आये
तेरे दर पर सनम...

दिल को धड़का लगा था, पल पल का
शोर सुन ले ना कोई पायल का
फिर भी तेरी कसम, चले आये
तेरे दर पर सनम...

# Koi Gaata Main So Jaata /कोई गाता मैं सो जाता


चित्रपट/ एल्बम : आलाप (1977)
संगीतकार : जयदेव
गीतकार : हरिवंश राय बच्चन
गायक एवं गायिका :येसुदास

कोई गाता मैं सो जाता

संसृति के विस्तृत सागर में
सपनों की नौका के अंदर
सुख-दुःख की लहरों पर उठ गिर
बहता जाता, मैं सो जाता
कोई गाता मैं...

आँखों में भरकर प्यार अमर
आशीष हथेली में भर कर
कोइ मेरा सिर गोदी में रख
सहलाता, मैं सो जाता
कोई गाता मैं...

मेरे जीवन का काराजल
मेरे जीवन का हालाहल
कोई अपने स्वर में मधुमय
कर बरसाता मैं सो जाता
कोई गाता मैं...

# Maata Saraswati Sharda /माता सरस्वती शारदा


चित्रपट/ एल्बम : आलाप (1977)
संगीतकार : जयदेव
गीतकार : लोकगीत
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर, दिलराज कौर, येसुदास, मधुरानी

माता सरस्वती शारदा
विद्या दानी, दयानी, दुःख हरिणी
जगत जननी ज्वालामुखी
माता सरस्वती शारदा

कीजे सुदृष्टि, सेवक जान अपना
इतना वरदान दीजे
तान, ताल और आलाप
बुद्धी अलंकार, शारदा
हे माता सरस्वती शारदा

# Zindagi Ko Sanwarna होगा /ज़िन्दगी को सँवारना होगा


चित्रपट/ एल्बम : आलाप (1977)
संगीतकार : जयदेव
गीतकार : राही मासूम रज़ा
गायक एवं गायिका :येसुदास

ज़िन्दगी को सँवारना होगा
दिल में सूरज उतारना होगा

ज़िन्दगी रात नहीं, रात की तसवीर नहीं
ज़िन्दगी सिर्फ़ किसी ज़ुल्फ़ की ज़ंजीर नहीं
ज़िन्दगी बस कोई बिगड़ी हुई तक़दीर नहीं
ज़िन्दगी को निखारना होगा
ज़िन्दगी को सँवारना होगा...

ज़िन्दगी धूप नहीं, साया-ए-दीवार भी है
ज़िन्दगी ज़ार नहीं, ज़िन्दगी दिलदार भी है
ज़िन्दगी प्यार भी है, प्यार का इक़रार भी है
ज़िन्दगी को उभारना होगा
ज़िन्दगी को सँवारना होगा...

# नई री लगन /Nayi Ri Lagan


चित्रपट/ एल्बम : आलाप (1977)
संगीतकार : जयदेव
गीतकार : राही मासूम रज़ा
गायक एवं गायिका :कुमारी फैय्याज़, मधुरानी, येसुदास

नई री लगन और मीठी बतियाँ
पिया जाने और जिया मोरा जाने सखी
किस किस बात पे धड़के छतियाँ
पिया जाने और जिया मोरा जाने सखी

बाल भी उलझे हैं, सपने भी
दूजे लागे हैं अपने भी
हो गये हम क्यों ऐसे दीवाने
पिया जाने और...

कागा जा, जा जा जा
जा रे कागा जा, जा जा जा, जा रे
ना दे मोरे पिया को संदेसवा
पिया नाहि आये
मोरे आली कैसे करे मन कब जाऊँ
पिया नाहि आये...

बरसे बदरिया सावन की
सावन में गुम क्यों मेरा मनवा
भनक सुनी पिया आवन की
उमड़ घुमड़ चहूँ दिश सो आयो
बिजुरी चमके झर लावन की
बरसे बदरिया सावन की...

# Aankhon Ki Gustakhiyaan /आँखों की गुस्ताखियाँ

चित्रपट/ एल्बम : हम दिल दे चुके सनम (1999)
संगीतकार : इस्माईल दरबार
गीतकार : महबूब
गायक एवं गायिका :कुमार सानू, कविता कृष्णमूर्ति

आँखों की गुस्ताखियाँ माफ हो
इक टुक तुम्हें देखती है
जो बात कहना चाहे ज़ुबां
तुमसे ये वो कहती है

आँखों की शर्मा-ओ-हया माफ हो
तुम्हें देख के छुपती है 
उठी आँखे जो बात ना कह सकीं
झुकी आँखें वो कहती है 

काजल का एक तिल तुम्हारे लबों पे लगा दूँ
चंदा और सूरज की नज़रों से तुमको बचा लूँ 
पलकों की चिलमन में आओ मैं तुमको छुपा लूँ 
ख़यालों की ये शोखियाँ माफ हो
हरदम तुम्हें सोचती है
जब होश में होता है जहां
मदहोश ये करती है 
आँखों की गुस्ताखियाँ...

ये ज़िन्दगी आपकी ही अमानत रहेगी
दिल में सदा आपकी ही मोहब्बत रहेगी
इन साँसों को आपकी ही ज़रूरत रहेगी
इस दिल की नादानियाँ माफ हो
ये मेरी कहा सुनती हैं
ये पलपल जो होती है बेकल सनम
तो सपने नये बुनती हैं
आँखों की गुस्ताखियाँ...

# Jhonka Hawa Ka Aaj Bhi /झोंका हवा का आज भी


चित्रपट/ एल्बम : हम दिल दे चुके सनम (1999)
संगीतकार : इस्माईल दरबार
गीतकार : महबूब
गायक एवं गायिका :हरिहरन

झोंका हवा का आज भी, ज़ुल्फ़ें उड़ाता होगा ना
तेरा दुपट्टा, आज भी तेरे, सर से सरकता होगा ना
बालों में तेरे आज भी, फूल कोई सजता होगा ना

ठण्डी हवाएं रातों में, तुझको थपकियाँ देती होंगी ना
चाँद की ठण्डक ख़्वाबों में, तुझको लेके तो जाती होगी ना
सूरज की किरणें, सुबह को तेरी, नींदें उड़ाती होंगी ना
मेरे ख़यालों में सनम, खुद से ही बातें करती होगी ना
मैं देखता हूँ, छुप-छुप के तुमको, महसूस करती होगी ना
झोंका हवा का...

काग़ज़ पे मेरी, तसवीर जैसी, कुछ तो बनाती होगी ना
उलट-पलट के, देख के उसको, जी भर के हँसती होगी ना
हँसते-हँसते आँखें तुम्हारी, भर-भर आती होंगी ना
मुझको ढका था धूप में जिससे, वो आँचल भीगोती होगी ना
सावन की रिमझिम, मेरा तराना, याद दिलाती होगी ना
इक इक मेरी बातें तुमको, याद तो आती होगी ना
क्या तुम मेरे इन सब सवालों का कुछ तो जवाब दोगी ना

# Hum Dil De Chuke Sanam /हम दिल दे चुके सनम


चित्रपट/ एल्बम : हम दिल दे चुके सनम (1999)
संगीतकार : इस्माईल दरबार
गीतकार : महबूब
गायक एवं गायिका : कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद सलामत

हम दिल दे चुके सनम
तेरे हो गये हैं हम
तेरी कसम

ये दुनिया करे सितम
तुझपे मिटेंगे हम
तेरी कसम
हम दिल दे चुके सनम...

उम्मीदें तुम्हीं से हैं मेरे सनम
थामा है तुम्हारा ही ये दामन
भूलेंगे कभी न अब तुम्हें हम
हम दिल दे चुके सनम...

तेरी यादों के साये में गुज़रेगी ये ज़िन्दगी
उस खुदा के बाद तो पूजा होगी बस तेरी
चाहे जो माँग लो सब तुम्हारा है
हम दिल दे चुके सनम...

# Chand Chhupa Baadal Mein /चाँद छुपा बादल में



चित्रपट/ एल्बम : हम दिल दे चुके सनम (1999)
संगीतकार : इस्माईल दरबार
गीतकार : महबूब
गायक एवं गायिका : उदित नारायण, अलका याग्निक

चाँद छुपा बादल में
शरमा के मेरी जाना
सीने से लग जा तू
बलखा के मेरी जाना
गुमसुम सा है, गुपचुप सा है
मदहोश है, खामोश है
ये समा, हाँ ये समा, कुछ और है
चाँद छुपा बादल...

नज़दीकियाँ बढ़ जाने दे
अरे नहीं बाबा, नहीं अभी नहीं नहीं नहीं
ये दूरियाँ मिट जाने दे
अरे नहीं बाबा, नहीं अभी नहीं नहीं नहीं
दूर से ही तुम, जी भर के देखो
तुम ही कहो कैसे दूर से देखूँ
चाँद को जैसे देखता चकोर है
गुमसुम सा है...

आजा रे आजा चन्दा कि जब तक तू न आयेगा
सजना के चेहरे को देखने, ये मन तरसा जायेगा
ना ना चन्दा तू नहीं आना, तू जो आया तो
सनम शरमा के कहीं चला जाये ना

आँचल में तू छुप जाने दे
अरे नहीं बाबा, नहीं अभी नहीं नहीं नहीं
ज़ुल्फ़ों में तू खो जाने दे
अरे नहीं बाबा, नहीं अभी नहीं नहीं नहीं
प्यार तो नाम है सबर का हमदम
वो ही भला बोलो कैसे करें हम
सावन की राह जैसे देखे मोर है
रहने भी दो जाने भी दो, अब छोड़ो न, यूँ मोड़ो न
ये समा, हाँ ये समा, कुछ और है
चाँद छुपा बादल...

Sunday 5 February 2017

# Tune Maari Entry Yaar /तूने मारी एंट्री यार


चित्रपट / एल्बम: गुंडे (2014)
संगीतकार : सोहेल सेन
गीतकार : इरशाद कामिल
गायक एवं गायिका :विशाल ददलानी, नीति मोहन, केके, बप्पी लाहिड़ी

तूने मारी एंट्री यार 
दिल में बजी घंटी यार 
दिल की सुन कमेंट्रि यार 
प्यार की गारंटी यार 
अरे ताड़ा ताड़ी करना
ना अब नहीं सुधारना
फूटने लगा है, अरे चाहतों का झरना
दिल की ना मरम्मतें हों
ना कोई वारंटीयाँ रे

सीटी वीटी, आँखें वांखें, ना यूं मारो
फैंको ना चाहत के दाने
हाँ, मजनू-राँझे सारे झूठे हैं यहाँ पे
झूठे हैं दिल के फसाने
हो.. चाहे तो, ले ले तू
वफा की आज कसमें-वसमें
हो.. ना हूँ मैं, ना है दिल
ज़रा भी देख अपने बस में
पीछे मेरी आशिक़ों की
पूरी पूरी कंट्री यार 
मैंने मारी एंट्रि यार ..

हाँ मीठी मीठी बातें
करके आना चाहे
भीड़ से नज़दीक प्यारे
हाँ भोले पंछी तू ना समझे के मैं क्या हूँ
शोलों को समझे तू तारे
हो.. जो भी है, जैसी है
मेरी है जान मैंने माना
हो.. जो भी हो, जैसे हो
मैंने है यार तुझको पाना
सेंटी हो के बातें भी
तू कर रहा है सेंटियाँ रे
मैंने मारी एंट्रि यार 

# Soniye /सोणिये (Heartless -2014)


चित्रपट / एल्बम: हर्टलेस (2014)
संगीतकार : गौरव दगाओंकर
गीतकार : सीमा सैनी
गायक एवं गायिका :के.के.

ऐ खुदा बता ज़रा मुझे क्या हुआ
पहली बार ऐसे गुमशुदा दिल मेरा हो गया
दर-ब-दर ढूंढे उसे अब ये नज़र
मैं भी ना जानूं के किस कदर दिल मेरा खो गया
जबसे है देखा तुझे ये अरमां सभी रौशन हुये
एक बारी आजा, तू दिल मिला जा ज़रा खुदा के लिये

सोणिये, अब ये दीवाना दिल बिन तेरे कैसे जिये
सोणिये, साँसें भी चलती हैं अब तो बस तेरे लिये
सोणिये...

कैसी आफत है ये जो चाहत सताये
दिन रात आहें भरूँ
बिन तेरे अब तो साँसें भी ना ये भाये
तू बता दे मैं क्या करूं
चाहे जान ले ले तू, दर्द दे दे तू, हम तो तेरे हुए
दुनिया भुला दूँ, खुद को मिटा दूँ, मैं अब तो तेरे लिये
सोणिये...

तुमसे बढ़कर ना कोई है इस जहां में
सरेआम कहता हूँ मैं
दूर लोगों से, दूर दुनिया जहां से
तेरे दिल में रहता हूँ मैं
खुद को मैं तुझमें आ कैद कर लूँ, निशां ना मेरा मिले
चाहे आज़मा ले, अपना बना ले, मिटा दे सभी फासले
सोणिये...

# Kaahe Manva Naache Hamra /काहे मनवा नाचे हमरा


चित्रपट / एल्बम: आलाप (1977)
संगीतकार : जयदेव
गीतकार :  राही मासूम रज़ा
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर

काहे मनवा नाचे हमरा
सखी री कोई इसे अब समझाये
काहे मनवा नाचे...

नयनन कजरा डालन बैठी
माथे पे सूरज पालन बैठी
बीच में आये देखो सपने कासे
काहे मनवा नाचे...

नस-नस में ये कौन उतरा है
दिल में किसका दिल धड़का है
नाबा नाम का निसदिन बासे
काहे मनवा नाचे...

# Chand Akela Jaaye /चाँद अकेला जाये


चित्रपट / एल्बम: आलाप (1977)

संगीतकार : जयदेव

गीतकार :  राही मासूम रज़ा

गायक एवं गायिका :येसुदास


चाँद अकेला जाये सखी री

काहे अकेला जाये सखी री

मन मोरा घबराये री

सखी री, सखी री, ओ सखी री

चाँद अकेला जाए...


वो बैरागी वो मनभावन

कब आयेगा मोरे आँगन

इतना तो बतलाये री

सखी री, सखी री, ओ सखी री

चाँद अकेला जाए...


अंग अंग में होली दहके

मन में बेला चमेली महके

ये ऋतु क्या कहलाये री

भाभी री, भाभी री, ओ भाभी री

चाँद अकेला जाये...

# Subhanallah /सुभानल्लाह

 
चित्रपट / एल्बम: ये जवानी है दीवानी (2013)
संगीतकार : प्रीतम चक्रबर्ती
गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य
गायक एवं गायिका :श्रीराम चंद्रा, शिल्पा राव

इक दिन कभी जो खुद को तराशे
मेरी नज़र से तू ज़रा, हाये रे
आँखों से तेरी क्या-क्या छुपा है
तुझको दिखाऊँ मैं ज़रा, हाये रे
इक अनकही सी दास्ताँ 
कहने लगेगा आईना, सुभानल्लाह...
जो हो रहा है, पहली दफा है, वल्लाह
ऐसा हुआ, सुभानल्लाह..

मेरी खामोशी से बातें चुन लेना
उनकी डोरी से तारीफें बुन लेना
कल नहीं थी जो आज लगती हूँ
तारीफ मेरी है खामखां
तोहफा है तेरा मेरी अदा

एक दिन कभी जो खुद को पुकारे
मेरी जुबां से तू ज़रा, हाये रे
तुझमें छुपी सी जो शायरी है
तुझको सुनाऊं मैं ज़रा, हाय रे
ये दो दिलों का वास्ता वास्ता
खुल के बताया जाये ना
सुभानल्लाह...
जो हो रहा है, पहली दफा है, वल्लाह
ऐसा हुआ, सुभानल्लाह...

# Ilaahi /इलाही


चित्रपट / एल्बम: ये जवानी है दीवानी (2013)
संगीतकार : प्रीतम चक्रबर्ती
गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य
गायक एवं गायिका :मोहित चौहान, अरिजीत सिंह

शामे मलंग सी, रातें सुरंग सी 
बागी उड़ान पे ही ना जाने क्यूँ 
इलाही मेरा जी आये आये..
कल पे सवाल है, जीना फिलहाल है 
खानाबदोशियों पे ही जाने क्यूँ 
इलाही मेरा जी आये आये..

मेरा फलसफा कंधे पे मेरा बस्ता 
चला मैं जहाँ, ले चला मुझे रस्ता 
बूंदों पे नहीं, बूंदों के समंदर पे वो
इलाही मेरा जी आये आये..
शामे मलंग सी...

# Kabira /कबीरा



चित्रपट / एल्बम: ये जवानी है दीवानी (2013)
संगीतकार : प्रीतम चक्रबर्ती
गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य
गायक एवं गायिका :रेखा भारद्वाज, तोची रैना

कैसी तेरी खुदगर्ज़ी 
ना धुप चुने ना छांव
कैसी तेरी खुदगर्ज़ी
किसी ठौर टिके ना पाँव

बन लिया अपना पैगम्बर 
तर लिया तू सात समंदर 
फिर भी सुखा मन के अंदर 
क्यूँ रह गया 

रे कबीरा मान जा 
रे फ़कीरा मान जा 
आजा तुझको पुकारे तेरी परछाईयाँ 
रे कबीरा मान जा 
रे फ़कीरा मान जा 
कैसा तू है निरमोही, कैसा हरजाईया 

टूटी चारपाई वही, ठंडी पुरवाई रस्ता देखे 
दूधों की मलाई वही, मिट्टी की सुराही रस्ता देखे
कैसी तेरी खुदगर्ज़ी 
लब नमक रमे ना मिसरी 
कैसी तेरी खुदगर्ज़ी
तुझे प्रीत पुरानी बिसरी 
मस्त मौला, मस्त कलंदर 
तू हवा का एक बवंडर 
बुझके यूँ अन्दर ही अन्दर 
क्यूँ रह गया
रे कबीरा मान जा...

# Kaate Nahin Katte /काटे नहीं कटते


चित्रपट / एल्बम: मिस्टर इंडिया (1987)
संगीतकार : लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल
गीतकार :  जावेद अख्तर
गायक एवं गायिका :किशोर कुमार, अलीशा शेनॉय

काटे नहीं कटते ये दिन ये रात
कहनी थी तुमसे जो दिल की बात
लो आज मैं कहता हूँ
I love you

कोई नहीं है बस तुम हो साथ
कहनी थी तुमसे जो दिल की बात
लो आज मैं कहती हूँ
I love you

कैसी हवा है, धुली धुली
आज फ़िज़ा है, खुली खुली
सारा नज़ारा, नया नया
दिल ने पुकारा, पिया पिया
तुमने जो ली अंगड़ाई है
फिर बात वही याद आई है
लो आज मैं कहता...

महका महका, तेरा बदन
बहका बहका, मेरा ये मन
छलका छलका, रूप तेरा
हल्का हल्का, नशा मेरा
जब आ ही गई मैं पास तेरे
कह दूं जो दिल में है मेरे
लो आज मैं कहती...

# Zindagi Ki Yahi Reet Hai /ज़िन्दगी की यही रीत है


चित्रपट / एल्बम: मिस्टर इंडिया (1987)
संगीतकार : लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल
गीतकार :  जावेद अख्तर
गायक एवं गायिका :किशोर कुमार, कविता कृष्णमूर्ति

ज़िन्दगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है
थोड़े आँसू हैं, थोड़ी हँसी
आज ग़म है, तो कल है ख़ुशी
ज़िन्दगी की यही रीत...

ज़िन्दगी रात भी है, सवेरा भी है ज़िन्दगी
ज़िन्दगी है सफ़र और बसेरा भी है ज़िन्दगी
एक पल दर्द का गाँव है, दूसरा सुख भरी छाँव है
हर नए पल नया गीत है
ज़िन्दगी की यही रीत...

ग़म का बादल जो छाए, तो हम मुस्कराते रहें
अपनी आँखों में आशाओं के दीप जलाते रहें
आज बिगड़े तो कल फिर बने, आज रूठे तो कल फिर मने
वक़्त भी जैसे इक मीत है
ज़िन्दगी की यही रीत...

खेलते-खेलते एक तितली ना जाने कहाँ खो गयी
एक नन्ही किरण क्यूँ अँधेरे में यूँ सो गयी
सबकी आँखों में फ़रियाद है
सबकी दिल में तेरी याद है
तू नहीं है, तेरी प्रीत है
जिन्दगी की यही रीत है...

# Jaago Mohan Pyaare / जागो मोहन प्यारे


चित्रपट / एल्बम: जागते रहो (1956)
संगीतकार : सलिल चौधरी
गीतकार : शैलेन्द्र
गायिका :लता मंगेशकर

जब उजियारा छाये
मन का अन्धेरा जाये 
किरनों की रानी गाये 
जागो हे, मेरे मन, मोहन प्यारे 

जागी जागी रे सब कलियाँ जागी 
नगर नगर सब गालियाँ जागी
जागी रे जागी रे जागी रे...

जागो मोहन प्यारे, जागो
नव युग चूमे नैन तिहारे 
जागो, जागो मोहन प्यारे 

जागी जागी रे सब कलियाँ जागी 
नगर नगर सब गालियाँ जागी
जागी रे जागी रे जागी रे...

भीगी-भीगी अँखियों से मुसकाये 
ये नई भोर तोहे अंग लगाये 
बाहें फैला ओ दुखियारे 
जागो मोहन प्यारे...

जिसने मन का दीप जलाया 
दुनिया को उसने ही उजला पाया 
मत रहना अँखियों के सहारे 
जागो मोहन प्यारे...

किरन परी गगरी छलकाये 
ज्योत का प्यासा, प्यास बुझाये 
फूल बने मन के अंगारे 
जागो मोहन प्यारे...

Saturday 4 February 2017

# Mohe Panghat Pe Nandlal /मोहे पनघट पे नन्दलाल



चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायिका :लता मंगेशकर

मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे
मोरी नाजुक कलईया मरोड़ गयो रे
मोहे पनघट पे...

कंकरी मोहे मारी, गगरिया फोर डारी
मोरी सारी अनारी भिगोय गयो रे
मोहे पनघट पे...

नैनों से जादू किया, जियरा मोह लिया
मोरा घूँघटा नजरियो से तोड़ गयो रे
मोहे पनघट पे...

# Mohabbat Ki Jhoothi /मोहब्बत की झूठी


चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर

मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई, जवानी पे रोये
मुहब्बत की झूठी...

न सोचा न समझा, न देखा न भाला
तेरी आरज़ू ने, हमें मार डाला
तेरे प्यार की मेहरबानी पे रोये, रोये
मोहब्बत की झूठी...

खबर क्या थी होंठों को सीना पड़ेगा
मुहब्बत छुपा कर भी, जीना पड़ेगा
जीयें तो मगर ज़िन्दगानी पे रोये, रोये
मोहब्बत की झूठी...

# Humein Kaash Tumse Mohabbat /हमें काश तुमसे मुहब्बत


चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायिका :लता मंगेशकर

हमें काश तुमसे मुहब्बत न होती
कहानी हमारी हक़ीकत न होती

न दिल तुमको देते, न मजबूर होते
न दुनिया, न दुनिया के दस्तूर होते
क़यामत से पहले क़यामत न होती
हमें काश तुमसे मुहब्बत...

हमीं बढ़ गये इश्क़ में हद से आगे
ज़माने ने ठोकर लगायी तो जागे
अगर मर भी जाते तो हैरत न होती
हमें काश तुमसे मोहब्बत...

तुम्हीं फूँक देते नशेमन हमारा
मुहब्बत पे एहसान होता तुम्हारा
ज़माने से कोई शिकायत न होती
हमें काश तुमसे मोहब्बत...

# Bekas Pe Karam Kijiye /बेकस पे करम कीजिए


चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायिका :लता मंगेशकर


ऐ मेरे मुश्किलकुशा, फ़रियाद है, फ़रियाद है
आपके होते हुए दुनिया मेरी बरबाद है

बेकस पे करम कीजिये, सरकार-ए-मदीना
गर्दिश में है तक़दीर, भँवर में है सफ़ीना
बेकस पे करम कीजिए 

है वक़्त-ए-मदद आइये बिगड़ी को बनाने
गोशीदा नहीं आपसे कुछ दिल के फ़साने
ज़ख़्मों से भरा है किसी मजबूर का सीना
बेकस पे करम कीजिए 

छाई है मुसीबत की घटा गेसुओं वाले, गेसुओं वाले
लिल्लाह मेरी डूबती कश्ती को बचाले
तूफ़ान के आसार हैं, दुश्वार है जीना
बेकस पे करम कीजिए 

# Ye Dil Ki Lagi Kam Kya Hogi / ये दिल की लगी कम क्या होगी

चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर

ये दिल की लगी कम क्या होगी
ये इश्क़ भला कम क्या होगा
जब रात है ऐसी मतवाली
फिर सुबह का आलम क्या होगा

नग़मो से बरसती है मस्ती, छलके हैं खुशी के पैमाने
आज ऐसी बहारें आई हैं, कल जिनके बनेंगे अफ़साने
अब इससे ज्यादा और हसीं
ये प्यार का मौसम क्या होगा
जब रात है ऐसी...

ये आज का रंग और ये महफ़िल, दिल भी है यहाँ दिलदार भी है
आँखों में कयामत के जलवे, सीने में तड़पता प्यार भी है
इस रंग में कोई जी ले अगर, मरने का उसे ग़म क्या होगा
जब रात है ऐसी...

हालत है अजब दीवानों की, अब खैर नहीं परवानों की
अन्जाम-ए-मोहब्बत क्या कहिये, लय बढ़ने लगी अरमानों की
ऐसे में जो पायल टूट गयी, फिर ऐ मेरे हमदम क्या होगा
जब रात है ऐसी...

# Ae Ishq Ye Sab Duniya Waale /ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले


चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर

ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले, बेकार की बातें करते हैं
पायल के ग़मों का इल्म नहीं, झनकार की बातें करते हैं
ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले...

हर दिल में छुपा है तीर कोई, हर पाँव में है ज़ंजीर कोई
पूछे कोई उनसे ग़म के मज़े, जो प्यार की बातें करते हैं
ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले...

उल्फ़त के नये दीवानों को, किस तरह से कोई समझाये
नज़रों पे लगी है पाबन्दी, दीदार की बातें करते हैं
ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले...

भँवरे हैं अगर मदहोश तो क्या, परवाने भी हैं ख़ामोश तो क्या
सब प्यार के नग़मे गाते हैं, सब यार की बातें करते हैं
ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले...

# Sajan Ghar Aana Tha /सजन घर आना था


चित्रपट / एल्बम: आर्यन (2006)

संगीतकार : आनंद राज आनंद

गीतकार : आनंद राज आनंद

गायक एवं गायिका :सोनू निगम,श्रेया घोषाल



सजन घर आना था, सजन घर आये हैं

पिया मन भाना था, पिया मन भाये है

हर खुशी है अब तुम्हारी, मुझे दे दो गम

जानेमन जानेमन...


ज़िन्दगी में आये तुम चाहतों के रस्ते

काश ये रस्ते सनम कट जाये हँसते हँसते

सोने दिलदारा तेरे प्यार तो मैं वारियाँ

मेरियां दुआवां तैनू लग जावे सारियाँ

चांद हो तुम चाँदनी से भीगा जाये मन

जानेमन जानेमन...


ख्वाबों के इस घर की खैर करीयो रब्बा

दूर तरै कलेश और बैर करीयो रब्बा

नाजों से बड़ी मैंने करी है तैयारियाँ 

दिन रात प्यार दियां नाजरां उतारियाँ

ये मोहब्बत, है इबादत कभी हो ना कम

जानेमन जानेमन...


आ आगोश में मेरी ज़ुल्फ सवारूँ तेरी

चाहत के रंगों से मैं मांग सजा दूँ तेरी

माहिया वे आज मैनू ऐवें क्यों वे लगदा

आशिक जे सच्चा होवे रूप होंदा रब दा

हम यहाँ हैं, तुम यहाँ हो, होने दो मिलन

जानेमन जानेमन...


# Khuda Nigehbaan Ho Tumhara /ख़ुदा निगेहबान हो तुम्हारा


चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर

वो आई सुबह के परदे से मौत की आवाज़
किसी ने तोड़ दिया जैसे ज़िन्दगी का साज़

ख़ुदा निगेहबान हो तुम्हारा
धड़कते दिल का पयाम ले लो
तुम्हारी दुनिया से जा रहें हैं
उठो हमारा सलाम ले लो

है वक़्त-ए-रुख़्सत, गले लगा लो
ख़ताएं भी आज बख्श डालो
बिछड़ने वाले का दिल न तोड़ो
ज़रा मोहब्बत से काम ले लो
तुम्हारी दुनिया से जा रहें हैं
उठो हमारा सलाम ले लो

उठे जनाज़ा जो कल हमारा
क़सम है तुमको, न देना काँधा
न हो मोहब्बत हमारी रुसवा
ये आँसुओं का पयाम ले लो
ख़ुदा निगेहबान हो तुम्हारा...

# Ae Mohabbat Zindabad /ऐ मुहब्बत ज़िन्दाबाद


चित्रपट / एल्बम: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक एवं गायिका :मो.रफ़ी

वफ़ा की राह में, आशिक की ईद होती है
ख़ुशी मनाओ, मोहब्बत शहीद होती है

ज़िन्दाबाद! ज़िन्दाबाद!
ऐ मुहब्बत ज़िन्दाबाद!
दौलत की ज़ंजीरों से तू, रहती है आज़ाद

मन्दिर में, मस्जिद में तू और तू ही है ईमानों में
मुरली की तानों में तू और तू ही है आज़ानों में
तेरे दम से दीन-धरम की दुनिया है आबाद
ज़िन्दाबाद! ज़िन्दाबाद!
ऐ मुहब्बत ज़िन्दाबाद!

प्यार की आँधी रुक न सकेगी, नफ़रत की दीवारों से
ख़ून-ए-मुहब्बत हो न सकेगा, खंजर से, तलवारों से
मर जाते हैं आशिक़, ज़िन्दा रह जाती है याद
ज़िन्दाबाद! ज़िन्दाबाद!
ऐ मुहब्बत ज़िन्दाबाद!

इश्क़ बग़ावत कर बैठे तो दुनिया का रुख़ मोड़ दे
आग लगा दे महलों में और तख़्त-ए-शाही छोड़ दे
सीना ताने मौत से खेले, कुछ ना करे फ़रियाद
ज़िन्दाबाद! ज़िन्दाबाद!
ऐ मुहब्बत ज़िन्दाबाद!

ताज हुकूमत जिसका मज़हब, फिर उसका ईमान कहाँ
जिसके दिल में प्यार न हो, वो पत्थर है इनसान कहाँ
प्यार के दुश्मन होश में, आ हो जायेगा बरबाद
ज़िन्दाबाद! ज़िन्दाबाद!
ऐ मुहब्बत ज़िन्दाबाद!

# Hawa Hawai /हवा हवाई


चित्रपट / एल्बम: मिस्टर इंडिया (1987)
संगीतकार : लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल
गीतकार : जावेद अख्तर
गायिका :कविता कृष्णमूर्ति

मैं ख़्वाबों की शहज़ादी
मैं हूँ हर दिल पे छाई
बादल है मेरी ज़ुल्फ़ें
बिजली मेरी अंगड़ाई
बिजली गिराने मैं हूँ आई
कहते हैं मुझको हवा हवाई
हवा हवाई...

समझे क्या हो नादानों, मुझको भोली ना जानो
मैं हूँ साँपों की रानी, काँटा मांगे ना पानी
सागर से मोती छीनूं, दीपक से ज्योति छीनूं
पत्थर से आग लगा लूं, सीने से राज़ चुरा लूं
(जीनू)जानूं जो तुमने बात छुपाई
कहते हैं मुझको हवा हवाई...

लाई रंगीं अफ़साने, तू भी सुन ले दीवाने
आ दिल में हलचल कर दूं, आ तुझको पागल कर दूं
मेरी आँखों में जादू, मेरी साँसों में ख़ुश्बू
जब मेरा ये तन लचके, जाए ना कोई बचके
सूरत ही मैंने ऐसी पाई
कहते हैं मुझको हवा हवाई...

# Hum The Jinke Sahare /हम थे जिनके सहारे


चित्रपट / एल्बम: सफ़र (1970)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : इन्दीवर
गायिका :लता मंगेशकर


हम थे जिनके सहारे, वो हुए ना हमारे
डूबी जब दिल कि नैय्या, सामने थे किनारे

क्या मुहब्बत के वादे, क्या वफ़ा के इरादे
रेत की है दीवारें, जो भी चाहे गिरा दे
हम थे जिनके सहारे...

है सभी कुछ जहां में, दोस्ती है वफ़ा है
अपनी ये कम नसीबी, हमको ना कुछ भी मिला है
हम थे जिनके सहारे...

यूँ तो दुनिया बसेगी, तन्हाई फिर भी डसेगी
जो ज़िन्दगी में कमी थी, वो कमी तो रहेगी
हम थे जिनके सहारे...

# Jeevan Se Bhari /जीवन से भरी


चित्रपट / एल्बम: सफ़र (1970)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : इन्दीवर
गायक  :किशोर कुमार

जीवन से भरी तेरी आँखें
मजबूर करें जीने के लिए
सागर भी तरसते रहते हैं
तेरे रूप का रस पीने के लिए

तस्वीर बनाये क्या कोई
क्या कोई लिखे तुझपे कविता
रंगों छंदों में समाएगी
किस तरह से इतनी सुंदरता
इक धड़कन है तू दिल के लिए
एक जान है तू जीने के लिए
जीवन से भरी...

मधुबन की सुगंध है साँसों में
बाहों में कमल की कोमलता
किरणों का तेज है चेहरे पे
हिरणों की है तुझमें चंचलता
आँचल का तेरे है तार बहुत
कोई चाक जिगर सीने के लिए
जीवन से भरी...

# Aaja Aaja Tera Intezaar Hai / आजा आजा तेरा इंतज़ार है


चित्रपट / एल्बम: सज़ा (1951)
संगीतकार : एस.डी.बर्मन
गीतकार : राजेंद्र कृष्ण
गायक एवं गायिका :तलत महमूद,लता मंगेशकर

आजा आजा तेरा इंतज़ार है
तुझे ढूंढ रहा मेरा प्यार हैं
आजा आजा..

रोकते हैं दुनिया वाले, प्यार के ये रास्ते
मुश्किलें ही मुश्किलें हैं, दो दिलों के वास्ते
मजबूर मेरा प्यार हैं, मजबूर मजबूर
आजा आजा तेरा इंतज़ार है...

तोड़ सकता है अगर, दुनिया के बंधन तोड़ दे
प्यार करने वाले इस दुनिया से, डरना छोड़ दे
आजा आजा तेरा इंतज़ार हैं...

प्यार की तक़दीर में, लिखी हैं ये मजबूरियां
हाय ये मजबूरियां, ये दो दिलों की दूरियां
मजबूर मेरा प्यार है, मजबूर मजबूर
आजा आजा तेरा इंतज़ार है...

Thursday 2 February 2017

# Ho Gayi Re Teri Ho Gayi /हो गयी रे तेरी हो गई


चित्रपट / एल्बम : सज़ा (1951)
संगीतकार : एस.डी.बर्मन
गीतकार : राजेंद्र कृष्ण
गायिका : लता मंगेशकर

हो गई रे तेरी हो गई
पहले ही मेल में, खेल ही खेल में
खो गयी रे मैं तो, खो गई
हो गयी रे तेरी हो गई...

नया-नया प्यार है, पहली-पहली बार है
तेरा इंतज़ार है
तेरी मेरी प्रीत है, जीत ही जीत है
जीत ही जीत है
हो गयी रे तेरी हो गई...

खुशी-खुशी झूमना, घड़ी-घड़ी घूमना
कली कली चूमना
प्यार है ये प्यार है, दिल बेक़रार है
दिल बेक़रार है
हो गयी रे तेरी हो गई...

दिलों की टोलियाँ, आँख मिचोलियाँ
मीठी मीठी बोलियाँ
दिन हैं बहार के, साजन से प्यार के
साजन से प्यार के
हो गयी रे तेरी हो गई...

# Dhak Dhak Dhak Jiya Kare Dhak / धक धक धक जिया करे धक


चित्रपट / एल्बम : सज़ा (1951)
संगीतकार : एस.डी.बर्मन
गीतकार : राजेंद्र कृष्ण
गायिका : लता मंगेशकर

धक, धक, धक, जिया करे धक
अँखियों में अँखियाँ डाल के ना तक

सुनो री ओ गोरी, तूने चोरी चोरी
दिल की कहानी, आँखों की ज़बानी
कह दी बलम से, अपने सनम से
झुकी-झुकी अँखियों से होता है शक
अँखियों में अँखियाँ...

यूं ना शरमाओ जी, ज़रा खुल जाओ जी
छोड़ो जी छोड़ो, मुखड़ा ना मोड़ो
हमसे भी थोड़ी-थोड़ी अँखियाँ मिलाओ जी
देखें भला करोगे ये ज़िद कब तक
अँखियों में अँखियाँ...

सच सच कहो बात! कहो बात!
कैसी हुई मुलाक़ात? मुलाक़ात?
जानते हो कब से?
तबसे की अब से 
हमसे छुपाओगे तो बच के ना जाओगे
आगे तुम, पीछे हम, जाओगे थक
अँखियों में अँखियाँ...

# Nadiya Chale Chale Re Dhara /नदियाँ चले चले रे धारा


चित्रपट / एल्बम : सफ़र (1970)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : इन्दीवर
गायक  : मन्ना डे

नदिया चले, चले रे धारा
चंदा चले, चले रे तारा
तुझको चलना होगा
तुझको चलना होगा

जीवन कहीं भी ठहरता नहीं हैं 
आँधी से, तूफां से डरता नहीं हैं 
तू ना चलेगा, तो चले तेरी राहें
मंज़िल को तरसेगी तेरी निगाहें
तुझको चलना होगा...

पार हुआ वो रहा जो सफ़र में 
जो भी रुका, घिर गया वो भंवर में 
नाव तो क्या, बह जाये किनारा
बड़ी ही तेज समय की हैं धारा
तुझको चलना होगा...

# Har Taraf Ab Yahi Afsaane hain /हर तरफ अब यही अफसाने हैं



चित्रपट / एल्बम : हिंदुस्तान की कसम (1973)
संगीतकार : मदन मोहन
गीतकार : कैफ़ी आज़मी
गायक  : मन्ना डे

हर तरफ अब यही अफसाने हैं
हम तेरी आँखों के दीवाने हैं

कितनी सच्चाई हैं इन आँखों में
खोटे सिक्के भी खरे हो जाये
तू कभी प्यार से देखे जो उधर
सूखे जंगल भी हरे हो जाये
बाग़ बन जाये जो वीराने हैं
हम तेरी आँखों...

एक हल्का सा इशारा इनका 
कभी दिल और कभी जाँ लूटेगा 
किस तरह प्यास बुझेगी उसकी 
किस तरह उसका नशा टूटेगा 
जिसकी किस्मत में ये पैमाने हैं 
हम तेरी आँखों...

नीची नज़रों में हैं इतना जादू
हो गये पल में कई ख्वाब जवां
कभी उठने कभी झुकने की अदा
ले चली जाने किधर जाने कहाँ
रास्ते प्यार के अनजाने हैं
हम तेरी आँखों...

# Ab Kahan Jayen Hum /अब कहाँ जाएँ हम


चित्रपट / एल्बम : उजाला (1959)
संगीतकार : शंकर-जयकिशन
गीतकार : शैलेन्द्र
गायक  : मन्ना डे

अब कहाँ जाएँ हम, ये बता ऐ ज़मीं
इस जहां में तो कोई हमारा नहीं
अपने साये से भी लोग डरने लगे
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब कहाँ जाएँ हम...

हम घर-घर जाते हैं, ये दिल दिखलाते हैं
पर ये दुनिया वाले, हमको ठुकराते हैं
रास्ते मिट गए, मंज़िलें खो गईं
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं 
अब कहाँ जाएँ हम...

नफ़रत है निगाहों में, वहशत है निगाहों में
ये कैसा ज़हर फैला, दुनिया की हवाओं में
प्यार की बस्तियाँ, ख़ाक होने लगीं
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब कहाँ जाएँ हम...

हर साँस है मुश्किल की, हर जान है इक मोती
बाज़ार में पर इनकी, गिनती ही नहीं होती
ज़िन्दगी की यहाँ, कोई कीमत नहीं
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
ये बता ऐ ज़मीं...

# Aaj Mile Mann Ke Meet /आज मिले मन के मीत



चित्रपट / एल्बम : नवाब सिराज-उद-दौला (1967)
संगीतकार : मदन मोहन
गीतकार : राजा मेहदी अली खान
गायक  : मन्ना डे

आज मिले मन के मीत
घुँघरुओं की लय पे आज
नाचने लगी है प्रीत

चन्द्रमा सा गोरा बदन
झिलमिलाये जैसे किरण
चूम रहा उन के चरण
झूम-झूम के संगीत
आज मिले मन...

उनकी प्रीत उनकी लगन
लिपट गयी जैसे अगन
मन में मेरे आन बसे
जैसे बाँसुरी में गीत
आज मिले मन...

अँखियाँ ये बन के चकोर
देखे हैं चन्दा की ओर
सांवली सलोनी रैन
आज धीरे धीरे बीत
आज मिले मन...

# Jai Jai Shiv Shankar /जय जय शिव शंकर


चित्रपट / एल्बम : आप की कसम (1974)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक / गायिका  : किशोर कुमार, लता मंगेशकर

जय जय शिव शंकर, काँटा लागे न कंकर
जो प्याला तेरे नाम का पिया
ओ गिर जाऊँगी, मैं मर जाऊँगी
जो तूने मुझे थाम ना लिया
ओ सौं रब दी!

एक के दो, दो के चार, मुझको तो दिखते हैं
ऐसा ही होता है, जब दो दिल मिलते हैं
सर पे ज़मीं पाँव के नीचे है आसमां
हो सौं रब दी
जय जय शिव शंकर...

कंधे पे, सर रख के, तुम मुझको सोने दो
मस्ती में जो चाहे हो जाये होने दो
ऐसे में तुम हो गये हो बड़े बेईमान
हो सौं रब दी!
जय जय शिव शंकर...

रस्ते में हम दोनों, घर कैसे जायेंगे
घर वाले अब हमको खुद लेने आयेंगे
कुछ भी हो लेकिन मज़ा आ गया मेरी जां
हो सौं रब दी!
जय जय शिव शंकर...

# Chand Chura Ke Laya Hoon /चाँद चुरा के लाया हूँ


चित्रपट / एल्बम : देवता (1978)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : गुलज़ार
गायक / गायिका : किशोर कुमार, लता मंगेशकर

चाँद चुरा के लाया हूँ
चल बैठें चर्च के पीछे
ना कोई देखे, ना पहचाने
बैठें पेड़ के नीचे
चाँद चुरा के लाया हूँ...

कल बापू जाग गये थे
मेरी लाज की सोचो
अरे जो होना था कल हुआ था
आज तो आज की सोचो
जाग गये तो? जागने दो ना!
अच्छा? हाँ
तो फिर चल बैठें...

चल दरिया पर कश्ती लेकर
दूर कहीं बह जाएँ
अरे ढूँढ न पाएं बस्ती वाले
साहिल से कह जाएँ
बोल दिया तो? बोलने दो ना!
अच्छा? हाँ
तो फिर चल बैठे...

# Tumse Door Reh Ke /तुमसे दूर रह के


चित्रपट / एल्बम : अदालत (1976)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : गुलशन बावरा
गायक / गायिका : मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

तुमसे दूर रह के
हमने जाना प्यार क्या है 
दिल ने माना यार क्या है 

तुमको पाके ना पहलू में लगता था यूँ 
जीते हैं किसलिए और ज़िंदा है क्यों 
हम भी रहते थे बेचैन से हर घड़ी
बिन तुम्हारे तो वीरान थी ज़िन्दगी 
तुमसे दूर रह के...

दूरियाँ किसलिये, मिल गये हैं जो हम 
अब तो होने दो अरमान पूरे सनम 
वक़्त आने पे मिट जायेंगी दूरियाँ 
जब न होंगी ज़माने की मजबूरियाँ
तुमसे दूर रह के...

# Zehnaseeb / ज़हनसीब



चित्रपट / एल्बम :हँसी तो फँसी (2014)
संगीतकार : विशाल-शेखर
गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य
गायक /गायिका : शेखर रव्जियानी,चिन्मयी श्रीपद

ज़हनसीब, ज़हनसीब
तुझे चाहूं बेताहाशा ज़हनसीब
मेरे क़रीब, मेरे हबीब 
तुझे चाहूं बेताहाशा ज़हनसीब

तेरे संग बीते हर लम्हे पे हमको नाज़ है 
तेरे संग जो न बीते उसपे ऐतराज़ है 
इस क़दर हम दोनों का मिलना एक राज़ है 
हुआ अमीर दिल ग़रीब 
तुझे चाहूं बेताहाशा ज़हनसीब...

लेना-देना नहीं दुनिया से मेरा बस तुझसे काम है 
तेरी अँखियों से शहर में यारा सब इंतज़ाम है 
ख़ुशियों का एक टुकड़ा मिले या मिले ग़म की खुरचने 
यारा तेरे मेरे खर्चे में दोनों का ही एक दाम है 
होना लिखा था यूँ ही जो हुआ 
या होते-होते अभी अनजाने में हो गया 
जो भी हुआ, हुआ अजीब 
तुझे चाहूं बेतहाशा ज़हनसीब...