चित्रपट/ एल्बम :ललकार (1972)
संगीतकार :कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : हसरत जयपुरी
गायक एवं गायिका :लता मंगेशकर,मो.रफ़ी
साथिया रे, साथिया रे
बोल मेरे साथिया
कितना मुझसे प्यार है
बोल मेरे साथिया...
जितनी सागर की गहराई
जितनी अम्बर की ऊँचाई
इतना तुमसे प्यार है
बोल मेरे साथिया...
ये बरखा जब छेड़े
इन बूंदों के साज़ को
मेरा दिल तब तरसे
तेरी ही आवाज़ को
जब-जब कोयल गीत सुनाए
भँवरा गुन-गुन गाए, हम्म
तब तुम समझो, तब तुम जानो
मेरी ही पुकार है
बोल मेरे साथिया...
रंग डाला ये जीवन
हमने तेरे प्यार में
ये तन-मन तेरा है
तू है दिल के तार में
सदियाँ बीती तुम पर मरते
नाम तुम्हारा जपते
मौसम बदले, हम ना बदले
ये अपना इक़रार है
बोल मेरे साथिया...
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