Thursday 2 February 2017

# Zehnaseeb / ज़हनसीब



चित्रपट / एल्बम :हँसी तो फँसी (2014)
संगीतकार : विशाल-शेखर
गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य
गायक /गायिका : शेखर रव्जियानी,चिन्मयी श्रीपद

ज़हनसीब, ज़हनसीब
तुझे चाहूं बेताहाशा ज़हनसीब
मेरे क़रीब, मेरे हबीब 
तुझे चाहूं बेताहाशा ज़हनसीब

तेरे संग बीते हर लम्हे पे हमको नाज़ है 
तेरे संग जो न बीते उसपे ऐतराज़ है 
इस क़दर हम दोनों का मिलना एक राज़ है 
हुआ अमीर दिल ग़रीब 
तुझे चाहूं बेताहाशा ज़हनसीब...

लेना-देना नहीं दुनिया से मेरा बस तुझसे काम है 
तेरी अँखियों से शहर में यारा सब इंतज़ाम है 
ख़ुशियों का एक टुकड़ा मिले या मिले ग़म की खुरचने 
यारा तेरे मेरे खर्चे में दोनों का ही एक दाम है 
होना लिखा था यूँ ही जो हुआ 
या होते-होते अभी अनजाने में हो गया 
जो भी हुआ, हुआ अजीब 
तुझे चाहूं बेतहाशा ज़हनसीब...

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