Tuesday 31 January 2017

# Jhoole Mein Pawan Ke/झूले में पवन के



चित्रपट / एल्बम : बैजू बावरा (1952)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायक एवं गायिका :  मो.रफ़ी,लता मंगेशकर

झूले में पवन के आई बहार
नैनों में नया रंग लाई बहार
प्यार छलके, हो प्यार छलके
डोले मन मोरा सजना, डोले मन मोरा
हो जी हो
डोले मन मोरा सजना
चूनरिया बार-बार ढलके
झूले में पवन के...

मेरी तान से ऊँचा, तेरा झूलना गोरी
मेरे झूलने के संग तेरे प्यार की डोरी
तू है जीवन सिंगार. प्यार छलके
झूले में पवन के...

बादल झूमते आये, गागर प्यार की लाये
कोयल कूकती जाये, बन में मोर भी गाये
छेड़ें हम-तुम मल्हार, प्यार छलके
झूले में पवन के...

# Ishwar Allah Tere Naam /ईश्वर अल्लाह तेरे नाम



चित्रपट / एल्बम : नया रास्ता (1970)
संगीतकार : एन.दत्ता
गीतकार :साहिर लुधियानवी
गायक एवं गायिका :  मो.रफ़ी

ईश्वर अल्लाह तेरे नाम, सबको सन्मति दे भगवान
सबको सन्मति दे भगवान, सारा जग तेरी सन्तान

इस धरती पर बसने वाले, सब हैं तेरी गोद के पाले
कोई नीच ना कोई महान, सबको सन्मति दे भगवान

जातों नसलों के बँटवारे, झूठ कहाए तेरे द्वारे
तेरे लिए सब एक समान, सबको सन्मति दे भगवान

जनम का कोई मोल नहीं है, जनम मनुष का तोल नहीं है
करम से है सबकी पहचान, सबको सन्मति दे भगवान
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम...

# O Mere Shah-e-Khubaan /ओ मेरे शाह-ए-खूबाँ


चित्रपट / एल्बम : लव इन टोक्यो (1966)
संगीतकार : शंकर जयिकशन
गीतकार :हसरत जयपुरी
गायक एवं गायिका :  मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

ओ मेरे शाह-ए-खूबाँ, ओ मेरी जान-ए-जनाना
तुम मेरे पास होते हो, कोई दूसरा नहीं होता

कब खयालों की धूप ढलती है
हर क़दम पर शमा सी जलती है
मेरा साया जिधर भी जाता है
तेरी तसवीर साथ चलती है
ओ मेरे शाह-ए-खूबाँ...

तुम हो सहरा में, तुम गुलिस्ताँ में
तुम हो ज़र्रों में, तुम बियाबां में
मैंने तुमको कहाँ-कहाँ देखा
छुपके रहते हो तुम रग-ए-जाँ में
ओ मेरे शाह-ए-खूबाँ...

मेरी आँखों की जुस्तजू तुम हो
इल्तजा तुम हो, आरज़ू तुम हो
मैं किसी और को तो क्या जानूं
मेरी उल्फ़त की आबरू तुम हो
ओ मेरे शाह-ए-खूबाँ...

# Main Pyar Ka Raahi Hoon /मैं प्यार का राही हूँ



चित्रपट / एल्बम : एक मुसाफिर एक हसीना (1962)
संगीतकार : ओ.पी.नैय्यर
गीतकार :राजा मेहदी अली खान
गायक एवं गायिका  :  मो.रफ़ी, आशा भोंसले

मैं प्यार का राही हूँ, तेरी ज़ुल्फ के साए में
कुछ देर ठहर जाऊँ
तुम एक मुसाफिर हो, कब छोड़ के चल दोगे
ये सोच के घबराऊँ

तेरे बीन जी लगे ना अकेले
हो सके तो मुझे साथ ले ले
नाज़नीं तू नहीं जा सकेगी
छोड़कर जिन्दगी के झमेले
जब भी छाये घटा, याद करना ज़रा
सात रंगों की हूँ मैं कहानी
मैं प्यार का राही हूँ...

प्यार की बिजलियाँ मुस्कुराये
देखिये आप पर गिर ना जाएँ
दिल कहे देखता ही रहूँ मैं
सामने बैठकर ये अदाएं
ना मैं हूँ नाज़नीं, ना मैं हूँ माजबी
आप ही की नजर हैं दीवानी
मैं प्यार का राही हूँ...

# Phir Miloge Kabhi /फिर मिलोगे कभी



चित्रपट / एल्बम : ये रात फिर न आएगी (1965)
संगीतकार : ओ.पी.नैय्यर
गीतकार :एस.एच.बिहारी
गायक एवं गायिका  :  मो.रफ़ी, आशा भोंसले

फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो

दिल की हर बात अधूरी है, अधूरी है अभी
अपनी एक और मुलाकात ज़रूरी है अभी
चंद लम्हों के लिये साथ का वादा कर लो
फिर मिलोगे कभी...

आप क्यों दिल का हसीं राज़ मुझे देते हैं 
क्यों नया नग्म़ा, नया साज़ मुझे देते हैं
मैं तो हूँ डूबी हुई प्यार के तूफ़ानों में
आप साहिल से ही आवाज़ मुझे देते हैं 
कल भी होंगे यही जज़बात ये वादा कर लो
हमसे इक और...
फिर मिलोगे कभी...

# Rukh Se Zara Naqaab /रुख़ से ज़रा नक़ाब



चित्रपट / एल्बम : मेरे हुज़ूर (1968)
संगीतकार : शंकर जयिकशन
गीतकार :हसरत जयपुरी
गायक :  मो.रफ़ी

अपने रुख़ पर निगाह करने दो
खूबसूरत गुनाह करने दो
रुख़ से परदा हटाओ जान-ए-हया
आज दिल को तबाह करने दो

रुख़ से ज़रा नकाब उठा दो, मेरे हुजूर
जलवा फिर एक बार दिखा दो, मेरे हुजूर

वो मरमरी से हाथ, वो महका हुआ बदन
टकराया मेरे दिल से, मोहब्बत का एक चमन
मेरे भी दिल का फूल खिला दो, मेरे हुजूर
रुख़ से ज़रा नकाब...

हुस्न-ओ-जमाल आपका शीशे में देखकर
मदहोश हो चुका हूँ मैं, जलवों की राह पर
गर हो सके तो होश में ला दो, मेरे हुजूर
रुख़ से ज़रा नकाब...

तुम हमसफ़र मिले हो मुझे इस हयात में
मिल जाए जैसे चाँद कोई सूनी रात में
जाओगे तुम कहाँ ये बता दो, मेरे हुजूर
रुख़ से ज़रा नक़ाब...

# O Raat Ke Musafir /ओ रात के मुसाफिर


चित्रपट / एल्बम : मिस मेरी (1957)
संगीतकार : हेमंत कुमार
गीतकार :राजेन्द्र कृष्ण
गायक एवं गायिका :  मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

ओ रात के मुसाफिर, चंदा ज़रा बता दे
मेरा कसूर क्या है, तू फ़ैसला सुना दे

है भूल कोई दिल की, आँखों की या खता है
कुछ भी नहीं तो मुझको, फिर क्यो कोई खफा है
मंजूर है वो मुझको, जो कुछ भी तू सज़ा दे
मेरा कसूर क्या है...

दिल पे किसी को अपने काबू नहीं रहा है
ये राज़ मेरे दिल से, आँखों ने ही कहा है
आँखों ने जो है देखा, दिल किस तरह भूला दे
मेरा कसूर क्या है...

ओ चाँद आसमां के, दमभर ज़मीं पे आ जा 
भूला हुआ है राही, तू रास्ता दिखा जा 
भटकी हुई है नैय्या, साहिल इसे दिखा दे
मेरा कसूर क्या है...

# Tu Iss Tarah Se / तू इस तरह से


चित्रपट / एल्बम : आप तो ऐसे ना थे (1980)
संगीतकार : उषा खन्ना
गीतकार :इन्दीवर
गायक एवं गायिका : मो.रफ़ी, मनहर उदास, हेमलता

तू इस तरह से मेरी ज़िन्दगी में शामिल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है तेरी महफ़िल है

ये आसमान, ये बादल, ये रास्ते, ये हवा
हर एक चीज़ हैं अपनी जगह ठिकाने से
कई दिनों से शिकायत नहीं ज़माने से
ये ज़िन्दगी है सफ़र, तू सफ़र की मंज़िल है
जहाँ भी जाऊँ...

तेरे बगैर जहां में, कोई कमी सी थी
भटक रही थी जवानी अँधेरी राहों में
सुकून दिल को मिला आके तेरी बाहों में
मैं एक खोयी हुई मौज हूँ तू साहिल है
जहाँ भी जाऊँ...

तेरे जमाल से रोशन है कायनात मेरी
मेरी तलाश तेरी दिलकशी रहे बाकी
खुदा करे के ये दीवानगी रहे बाकी
तेरी वफ़ा ही मेरी हर ख़ुशी का हासिल है
जहाँ भी जाऊँ...

हर एक फूल किसी याद सा महकता है
तेरे ख़याल से जागी हुई फिजायें है
ये सब्ज़ पेड़ हैं, या प्यार की दुआएं है
तू पास हो के नहीं फिर भी तू मुक़ाबिल है
जहाँ भी जाऊँ...

हर एक शय है मोहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो, ज़िन्दगी अधूरी है
रह-ए-वफ़ा में, कोई हमसफ़र ज़रूरी है
ये रास्ता कहीं तन्हाँ कटे तो मुश्किल है
जहाँ भी जाऊँ...

# Jo Baat Tujhmein Hai / जो बात तुझमें है



चित्रपट / एल्बम : ताज महल (1963)
संगीतकार : रोशन
गीतकार :साहिर लुधियानवी
गायक : मो.रफ़ी

जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं

रंगों में तेरा अक्स ढाला, तू ना ढल सकी
साँसों की आँच, जिस्म की खुशबू ना ढल सकी
तुझ में जो लोच है, मेरी तहरीर में नहीं
जो बात तुझमें है...

बेजान हुस्न में कहाँ, रफ़्तार की अदा
इन्कार की अदा है ना इकरार की अदा
कोई लचक भी जुल्फ-ए-गिरहगीर में नहीं
जो बात तुझमें है...

दुनियाँ में कोई चीज़ नहीं है तेरी तरह
फिर एक बार सामने आजा किसी तरह
क्या और इक झलक मेरी तकदीर में नहीं
जो बात तुझमें है...

# Tum Mujhe Yun Bhula/ तुम मुझे यूँ भुला



चित्रपट / एल्बम :  पगला कहीं का (1969)
संगीतकार : शंकर जयिकशन
गीतकार :हसरत जयपुरी
गायक एवं गायिका :मो.रफ़ी, लता मंगेशकर


तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे
जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे
संग संग तुम भी गुनगुनाओगे

Male Version : रफ़ी
वो बहारें, वो चांदनी रातें
हमने की थीं जो प्यार की बातें
उन नज़ारों की याद आयेगी
जब खयालों में मुझको लाओगे
तुम मुझे यूँ भुला...

मेरे हाथों में तेरा चेहरा था
जैसे कोई गुलाब होता है
और सहारा लिया था बाहों का
वो समां किस तरह भुलाओगे
तुम मुझे यूँ भुला...

मुझको देखे बिना क़रार न था
एक ऐसा भी दौर गुज़रा है
झूठ मानो तो पूछ लो दिल से
मैं कहूंगा तो रूठ जाओगे
तुम मुझे यूँ भुला...

Female Version लता :
बीती बातों का कुछ ख्याल करो
कुछ तो बोलो, कुछ हमसे बात करो
राज़-ए-दिल मैं तुम्हें बता दूंगी
मैं तुम्हारी हूँ मान जाओगे
तुम मुझे यूँ भुला...

मेरी खामोशियों को समझो तुम
ज़िन्दगी याद में गुज़ारी है
मैं मिटी हूँ तुम्हारी चाहत में
और कितना मुझे मिटाओगे
तुम मुझे यूँ भुला...

दिल ही दिल में तुम्हीं से प्यार किया
अपने जीवन को भी निसार किया
कौन तड़पा तुम्हारी राहों में
जब ये सोचोगे जान जाओगे
तुम मुझे यूँ भुला...

# Jo Waada Kiya Wo / जो वादा किया वो

चित्रपट / एल्बम :  ताज महल (1963)
संगीतकार : रोशन
गीतकार :साहिर लुधियानवी
गायक एवं गायिका :मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा
रोके ज़माना चाहे, रोके खुदाई, तुमको आना पड़ेगा

तरसती निगाहों ने आवाज दी है
मोहब्बत की राहों ने आवाज दी है
जान-ए-हया, जान-ए-अदा छोड़ो तरसाना
तुमको आना पडेगा...

ये माना हमे जां से जाना पड़ेगा
पर ये समझ लो तुमने जब भी पुकारा
हमको आना पड़ेगा
जो वादा किया वो...

हम अपनी वफ़ा पे ना इलज़ाम लेंगे
तुम्हें दिल दिया है, तुम्हें जां भी देंगे
जब इश्क का सौदा किया, फिर क्या घबराना
हमको आना पड़ेगा
जो वादा किया वो...

चमकते हैं जब तक ये चाँद और तारे
ना टूटेंगे अब ऐह दो पैमां हमारे
एक दूसरा जब दे सदा, हो के दीवाना
हमको आना पड़ेगा
जो वादा किया वो...

Sad
सभी ऐहले दुनिया ये कहते हैं हमसे
के आता नहीं कोई मुल्क-ए-अदम से
आज ज़रा शान-ए-वफ़ा देखे
तुमको आना पड़ेगा
जो वादा किया वो...

हम आते रहे हैं, हम आते रहेंगे
मुहब्बत की रस्में निभाते रहेंगे
जान-ए-वफ़ा तुम दो सदा होके दीवाना
हमको आना पड़ेगा
जो वादा किया वो...

हमारी कहानी तुम्हारा फ़साना
हमेशा हमेशा कहेगा ज़माना
कैसी बला, कैसी सज़ा, हमको है आना
हमको आना पड़ेगा
जो वादा किया वो...

# O Dilbar Jaaniye /ओ दिलबर जानिए


चित्रपट / एल्बम : हसीना मान जाएगी (1968)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार :प्रकाश महरा
गायक  : मो.रफ़ी

ओ दिलबर जानिए, तेरे हैं हम तेरे
छुपा लेंगे इन आँखों में, सनम हम ग़म तेरे
ओ दिलबर जानिए (सोनिये)...

यूँ बात बात-बात पे तुम रूठा न करो
दिल तोड़ तोड़-तोड़ मज़ा लूटा ना करो
ओ जान-ए-जानाँ ये तो है रुसवाई प्यार की
इन बातों से बढ़ जाएगी महँगाई प्यार की
ढूँढे नहीं पाओगी तुम बाज़ार में आशिक़
दौड़ेंगे Fifty Sixty की रफ़्तार से आशिक़
फिर नाम ले के प्यार का तुम गाया करोगी
सर फोड़ के दीवारों से चिल्लाया करोगी
ओ दिलबर जानिये...

इक दिन तुम्हारे दिल में भी एक आग उठेगी
तूफ़ान उठेगा, मोहब्बत जाग उठेगी
हो जाए ऐसा हाल तो कर लेना मुझको याद
सर के बल चलकर आऊंगा सुनकर तेरी फ़रियाद
दिल से मेरे खेले हो अब तुम सर से भी खेलो
ये दिल, जिगर, गुर्दा तुम्हारा है, तुम्हीं ले लो
उस्ताद हूँ मजनूं का मैं, फरहाद का चेला
हर हाल में हारेगा जो दिल से मेरे खेला
ओ दिलबर जानिए (हीरिये)...

ओ बेवफ़ा तूने मुझे कहीं का न छोड़ा
तू ग़ुस्सा जो करती है कर ले प्यार भी थोड़ा
तेरे बिना जीना मेरा जीना है क्या जीना
तड़पूँगा मैं जब आएगा सावन का महीना
वो हुस्न भी क्या हुस्न है जो इश्क़ ना जाने
दिलदार को और यार को बिल्कुल ना पहचाने
मेरी वफ़ा एक दिन कुछ ऐसा रंग लाएगी
ये नाज़नीं ज़ालिम हसीना मान जाएगी
ओ दिलबर जानिये...
ओ दिलबर सोनिये, तेरे हैं हम तेरे

# Aa Ja Re Aa Zara /आ जा रे आ ज़रा


चित्रपट / एल्बम : लव इन टोक्यो (1966)
संगीतकार : शंकर जयिकशन
गीतकार :हसरत जयपुरी
गायक एवं गायिका : मो.रफ़ी

ये ज़िन्दगी की महफ़िल, महफ़िल में हम अकेले
दामन को कोई चूमे, ज़ुल्फ़ों से कोई खेले

आ जा रे आ ज़रा, लहरा के आ ज़रा
आँखों से दिल में समा
आ जा रे आ ज़रा...

देख फ़िज़ा में रंग भरा है
मेरे जिगर का ज़ख़्म हरा है
सीने से मेरे सर को लगा दे
हाथों में तेरे दिल की दवा है
आ जा रे आ ज़रा...

अपना सुलगना किसको दिखाऊँ
साँस के तूफ़ाँ कैसे छुपाऊँ
आँखें क्या क्या देख रही हैं
दिल पे जो गुज़री कैसे बताऊँ
आ जा रे आ ज़रा...

तेरे भी दिल में आग लगी है
मेरे भी दिल में आग लगी है
दोनों तरफ़ है एक सी हालत
दोनों दिलों पर बिजली गिरी है
आ जा रे आ ज़रा...

# Suno Na Sangemarmar /सुनो ना संगमरमर

चित्रपट / एल्बम : यंगिस्तान (2014)
संगीतकार : जीत गांगुली
गीतकार :कौसर मुनीर
गायक एवं गायिका : अरिजीत सिंह

सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे
आज से दिल पे मेरे राज तुम्हारा
ताज तुम्हारा
सुनो ना संगमरमर...

बिन तेरे मद्धम-मद्धम
भी चल रही थी धड़कन
जबसे मिले तुम हमें
आँचल से तेरे बंधे
दिल उड़ रहा है
सुनो ना आसमानों की ये सितारे
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे

ये देखो सपने मेरे, नींदों से होके तेरे
रातों से कहते हैं लो, हम तो सवेरे हैं वो
सच हो गए जो
सुनो ना दो जहानों के ये नज़ारे
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे
आज से दिल पे...
सुनो ना संगेमरमर...

# Pooche Jo Koi To Tera Naam Doon/ पूछे जो कोई तो तेरा नाम दूँ




चित्रपट / एल्बम : एंटरटेनमेंट (2014)
संगीतकार : सचिन-जिगर
गीतकार :प्रिया पान्चाल
गायक एवं गायिका : आतिफ असलम, शलमली खोलगड़े

कोई जागे सोये मुझमें
मेरी रातें और मेरे दिन सारे खोये उसमें

कोई इतना अपना लागे
मेरा नादाँ ये दिल जैसे धड़के उसमें

मुझे जो, हुआ है, इसकी ना दवा है
किसी ने छुआ है दिल
ये किसकी नज़र का है असर
पूछे जो कोई तो तेरा नाम दूँ
पूछे जो कोई तो तेरा नाम दूँ
मैं कह दूँ सभी को कि तेरा ही है ये असर
पूछे जो कोई तो तेरा नाम दूँ...

कोई दस्तक देके दिल पे
मिलने को आता है, मुझमें रह जाता है
कोई क़िस्मत जैसा लागे
खुशियाँ इन हाथों पे, लिखता ही जाता है

ये कैसी खता है, जिसकी ना सज़ा है
किसी ने छुआ है दिल
ये किसकी दुआ का है असर
पूछे जो कोई तो तेरा नाम दूँ...

ज़री वाले कागज़ों में लिपटा हुआ
कितने हसीन रंगों में रंगा हुआ
ये क्या तोहफा खुदा ने मुझे है दे दिया
लबों से राज़ ये फिसल ना जाए ना
पिघलने लगा है इसके लिये मेरा सबर
पूछे जो कोई तो तेरा नाम दूँ...

# Nahin Wo Saamne / नहीं वो सामने


चित्रपट / एल्बम : एंटरटेनमेंट (2014)
संगीतकार : सचिन-जिगर
गीतकार :प्रिया पान्चाल
गायक एवं गायिका : आतिफ असलम, शलमली खोलगड़े

खामोशी के खत वो मेरे नाम कर गया 
कोरे कोरे दिल पे मेरे यादें भर गया
पूछूं मैं खुदा से, ये तूने क्या किया
जो तोहफा दिया था वो क्यूँ है ले लिया
नहीं वो सामने ये कैसे मान लूँ
नहीं वो सामने ये कैसे मान लूँ
हाँ कोई बता दे, रखूँ मैं कैसे अब सबर
नहीं वो सामने ये कैसे मान लूँ
नहीं वो सामने ये कैसे मान लूँ

# Bahut Shukriya Badi Meherbani /बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी


चित्रपट / एल्बम : एक मुसाफिर एक हसीना (1962)
संगीतकार : ओ.पी.नैय्यर
गीतकार :राजा मेहदी अली खान
गायक एवं गायिका :  मो.रफ़ी, आशा भोंसले

बहुत शुक्रिया, बड़ी मेहरबानी
मेरी ज़िन्दगी में हुज़ूर आप आए
कदम चूम लूँ या के आँखें बिछा दूँ
करूँ क्या ये मेरी समझ में न आए
बहुत शुक्रिया...

करूँ पेश तुमको नज़राना दिल का
के बन जाए कोई अफ़साना दिल का
खुदा जाने ऐसी सुहानी घड़ी फिर
मेरी ज़िन्दगी में पलट के न आए
बहुत शुक्रिया, बड़ी मेहरबानी...

खुशी तो बहुत है, मगर ये भी ग़म है
के ये साथ अपना कदम दो कदम है
मगर ये मुसाफ़िर दुआ माँगता है
खुदा आपसे फिर किसी दिन मिलाए
बहुत शुक्रिया, बड़ी मेहरबानी...

मुझे डर है मुझमें ग़ुरूर आ न जाए
लगूँ झूमने मैं सुरूर आ न जाए
कहीं दिल न मेरा ये तारीफ़ सुनकर
तुम्हारा बने और मुझे भूल जाए
बहुत शुक्रिया, बड़ी मेहरबानी...

# Suno Kaho Kaha Suna /सुनो कहो कहा सुना


चित्रपट / एल्बम : आप की कसम (1974)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार :आनंद बख्शी
गायक एवं गायिका :  किशोर कुमार, लता मंगेशकर

सुनो, कहो
कहा, सुना
कुछ हुआ क्या?
अभी तो नहीं, कुछ भी नहीं
चली हवा
झुकी घटा
कुछ हुआ क्या?
अभी तो नहीं, कुछ भी नहीं

तेरी क़सम ये दिलकश नज़ारे
करते हैं इशारे जो समझे कोई
मेरे सनम ये खमोश आँखें
भी करती हैं बातें जो समझे कोई
समझा नहीं तुम समझा दो
अरे सुनो, कहो, कहा, सुना...

बस जो चले तो सुबह से लेकर
रहूं शाम तक मैं तेरे संग में
गर हो सके तो मैं अपने दिलबर
तेरा नाम लिख दूँ हर इक रंग में
बातों में ना उलझाओ
अरे सुनो, कहो, कहा, सुना...

अच्छा कभी फिर बात छेड़ेंगे
मर्ज़ी नहीं है तुम्हारी अभी
कुछ हो गया तो बड़ी होगी मुशकिल
कि छोटी उमर है हमारी अभी
मैं क्या करूँ, बतला दो
सुनो, कहो, कहा, सुना...

(ज़रा सा कुछ हुआ तो है...)

# Tumhen Zindagi Ke Ujaale /तुम्हें ज़िन्दगी के उजाले


 चित्रपट / एल्बम : पूर्णिमा (1965)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : गुलज़ार
गायक एवं गायिका : मुकेश

तुम्हें ज़िन्दगी के उजाले मुबारक
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं
तुम्हें पा के हम ख़ुद से दूर हो गए थे
तुम्हें छोड़कर अपने पास आ गए हैं
तुम्हें ज़िन्दगी के...

तुम्हारी वफ़ा से शिक़ायत नहीं है
निभाना तो कोई रवायत नहीं है
जहाँ तक क़दम आ सके आ गए हैं
अंधेरे हमें आज...
तुम्हें ज़िन्दगी के...

चमन से चले हैं ये इल्ज़ाम लेकर
बहुत जी लिए हम तेरा नाम लेकर
मुरादों की मंज़िल से दूर आ गए हैं
अंधेरे हमें आज...
तुम्हें ज़िन्दगी के...

# Chori Chori Chupke Chupke /चोरी चोरी चुपके चुपके

चित्रपट / एल्बम : आप की कसम (1974)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : आनंद बख्शी
गायिका : लता मंगेशकर

चोरी चोरी चुपके चुपके
पलकों के पीछे से छुपके
कह गई सारी बतियाँ
अँखियाँ, दो अँखियाँ
ये अँखियाँ, दो अँखियाँ

होंठों पर था लाज का पहरा
धड़क गया ये दिल न ठहरा
बन गई प्रेम की पतियाँ
अँखियाँ, हो अखियाँ...

लाख छुपाये मीरा रानी
मनमोहन की प्रेम दीवानी
जान गई, जान गई, जान गई
जान गई सब सखियाँ
अँखियाँ, हो अँखियाँ...

आने को तो नींद भी आई
कुछ न पूछो राम दुहाई
जागी सारी रतियाँ
अँखियाँ, हो अँखियाँ...

# Humsafar Mere Humsafar/ हमसफ़र मेरे हमसफ़र



चित्रपट / एल्बम : पूर्णिमा (1965)
संगीतकार : जी.एस.कोहली
गीतकार : अनजान
गायक एवं गायिका  : मुकेश, लता मंगेशकर

हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
ज़िन्दगी का साज़ हो तुम, साज़ की आवाज़ हम
हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
ज़िन्दगी का गीत हो तुम, गीत का अंदाज़ हम

आँख ने शरमा के कह दी
दिल के शरमाने की बात
एक दीवाने ने सुन ली
दूजे दीवाने की बात
प्यार की तुम इम्तेहां हो
प्यार का आग़ाज़ हम
हमसफर मेरे हमसफर...

ज़िक्र हो जब आसमाँ का
या ज़मीं की बात हो
ख़त्म होती है तुम्हीं पर
अब कहीं की बात हो
हो हसीं तुम, महजबीं तुम
नाज़नीं तुम, नाज़ हम
हमसफर मेरे हमसफर...

# Solah Baras Ki Baali /सोलह बरस की बाली


चित्रपट / एल्बम : एक दूजे के लिए (1981)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक : अनूप जलोटा, लता मंगेशकर

कोशिश कर के देख ले दरिया सारे नदिया सारी
दिल की लगी नहीं बुझती, बुझती है हर चिंगरी

सोलह बरस की बाली उमर को सलाम
प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम

दुनिया में सब से पहले जिसने ये दिल दिया
दुनिया के सबसे पहले दिलबर को सलाम
दिल से निकलने वाले रस्ते का शुक्रिया
दिल तक पहुँचने वाली डगर को सलाम
ऐ प्यार तेरी पहली...

जिसमें जवान हो कर, बदनाम हम हुए
उस शहर, उस गली, उस घर को सलाम
जिसने हमें मिलाया, जिसने जुदा किया
उस वक़्त, उस घड़ी, उस गजर को सलाम
ऐ प्यार तेरी पहली...

मिलते रहे यहाँ हम, ये है यहाँ लिखा
उस लिखावट की ज़ेरो-जबर को सलाम
साहिल के रेत पे यूँ लहरा उठा ये दिल
सागर में उठने वाली हर लहर को सलाम
यूँ मस्त गहरी गहरी आँखों की झील में
जिसने हमें डुबोया उस भँवर को सलाम
घूँघट को छोड़ कर जो, सर से सरक गयी
ऐसी निगोड़ी धानी चुनर को सलाम
उल्फ़त के दुश्मनों ने कोशिश हज़ार की
फिर भी नहीं झुकी जो, उस नज़र को सलाम
ऐ प्यार तेरी पहली...

# Aaj Mausam Bada Beimaan /आज मौसम बड़ा बेईमान


चित्रपट / एल्बम : लोफर (1973)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक : मो.रफ़ी

आज मौसम बड़ा बेईमान है 
बड़ा बेईमान है, आज मौसम
आने वाला कोई तूफान है 
कोई तूफान है, आज मौसम

क्या हुआ है, हुआ कुछ नहीं है
बात क्या है, पता कुछ नहीं है
मुझसे कोई खता हो गयी तो
इसमें मेरी खता कुछ नहीं है
खूबसूरत है तू, रुत जवान है
आज मौसम बड़ा बेईमान...

काली काली घटा डर रही है
ठंडी आहें हवा भर रही है
सबको क्या क्या गुमा हो रहे हैं
हर कली हमपे शक कर रही है
फूलों का दिल भी कुछ बदगुमान है
आज मौसम बड़ा बेईमान...

ऐ मेरे यार, ऐ हुस्नवाले
दिल किया मैंने तेरे हवाले
तेरी मर्ज़ी पे अब बात ठहरी 
जीने दे चाहे, तू मार डाले
तेरे हाथों में अब मेरी जान है
आज मौसम बड़ा बेईमान...

# Jo Bheji Thi Duaa /जो भेजी थी दुआ वो जाके आसमां


चित्रपट / एल्बम :शंघाई (2012)
संगीतकार : विशाल-शेखर
गीतकार :  कुमार
गायक/  गायिका :   नंदिनी श्रीकर, अरिजीत सिंह, शेखर रवजियानी



किसे पूछूं, है ऐसा क्यूं?
बेजुबां सा, ये जहां है
खुशी के पल, कहाँ ढूँढूं?
बेनिशां सा, वक़्त भी यहाँ है

जाने कितने लबों पे गिले हैं
ज़िन्दगी से कई फासले हैं
पसीजते हैं सपने क्यूं आँखों में
लकीरें जब छूते इन हाथों से यूं बेवजह
जो भेजी थी दुआ
वो जाके आसमां से यूं टकरा गयी
की आ गयी है लौट के सदा

सांसों ने कहाँ रुख मोड़ लिया
कोई राह नज़र में न आये
धड़कन ने कहाँ दिल छोड़ दिया
कहाँ छोड़े इन जिस्मों ने साये
यही बार-बार सोचता हूँ तन्हाँ मैं यहाँ
मेरे साथ-साथ चल रहा है यादों का धुआँ
जो भेजी थी दुआ...

# O Majhi Re /ओ माझी रे



चित्रपट / एल्बम : खुशबू (1975)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : गुलज़ार
गायक : किशोर कुमार

ओ माझी रे, ओ माझी रे
अपना किनारा, नदियाँ की धारा है 

साहिलों पे बहने वाले कभी सुना तो होगा कहीं
कागजों की कश्तियों का कहीं किनारा होता नहीं
ओ माझी रे, माझी रे
कोई किनारा जो किनारे से मिले वो अपना किनारा है
ओ माझी रे...

पानीयों में बह रहे हैं, कई किनारे टूटे हुये
रासतों में मिल गये हैं सभी सहारे छूटे हुये
कोई सहारा मझधारे में मिले जो अपना सहारा है
ओ माझी रे...

# Ye Jo Chilman Hai / ये जो चिलमन है


चित्रपट / एल्बम :महबूब की मेहँदी (1971)
संगीतकार :लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक एवं गायिका  :मो.रफ़ी

ये जो चिलमन है, दुश्मन हैं हमारी 
कितनी शर्मीली दुल्हन है हमारी

दूसरा और कोई यहाँ क्यों रहे
हुस्न और इश्क के दरमियाँ क्यों रहे
ये यहाँ क्यों रहे, हाँ जी हाँ क्यों रहे
ये जो आँचल है, शिकवा है हमारा
क्यों छुपाता है, चेहरा ये तुम्हारा
ये जो चिलमन है...

कैसे दीदार आशिक तुम्हारा करे
रूख-ए-रोशन का कैसे नज़ारा करे
ओ इशारा करे, हाँ पुकारा करे
ये जो गेसू है, बादल हैं कसम से
कैसे बिखरे हैं गालों पे सनम के
ये जो चिलमन है...

रुख़ से परदा ज़रा जो सरकने लगा
उफ़ ये कमबख्त दिल क्यों धड़कने लगा
भड़कने लगा, दम अटकने लगा
ये जो धड़कन है, दुश्मन है हमारी
कैसे दिल संभले, उलझन है हमारी
ये जो चिलमन है...

# Parda Hai Parda /पर्दा है पर्दा


चित्रपट / एल्बम :अमर अकबर एन्थोनी (1977)
संगीतकार :लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक एवं गायिका  :मो.रफ़ी

शबाब पे मैं ज़रा सी शराब फेकूंगा 
किसी हसीन की तरफ ये गुलाब फेकूंगा 

पर्दा है, पर्दा है, पर्दा है, पर्दा है
पर्दा है पर्दा, पर्दा है पर्दा
परदे के पीछे पर्दानशीं है
पर्दानशीं को बेपर्दा ना कर दूँ तो 
अकबर मेरा नाम नहीं हैं

मैं देखता हूँ जिधर, लोग भी उधर देखे
कहाँ ठहरती हैं जाकर मेरी नज़र देखे
मेरे ख़्वाबों की शहज़ादी 
मैं हूँ अकबर इलाहबादी 
मैं शायर हूँ हसीनों का 
मैं आशिक मेहजबनीं को 
तेरा दामन ना छोडूँगा
मैं हर चिलमन को तोडूंगा 
ना डर ज़ालिम ज़माने से 
अदा से या बहाने से 
ज़रा अपनी सूरत दिखा दे 
समां खूबसूरत बना दे 
नहीं तो तेरा नाम लेके 
तुझे कोई इल्जाम देके 
तुझको इस महफ़िल में 
रुसवा न कर दूं तो रुसवा 
पर्दानशीं को बेपर्दा...

खुदा का शुक्र है, चेहरा नज़र तो आया है
हया का रंग निगाहों पे फिर भी छाया है
किसी की जान जाती है
किसी को शर्म आती है
कोई आँसू बहाता है
तो कोई मुस्कुराता है
सताकर इस तरह अक्सर
मज़ा लेते हैं ये दिलबर
हाँ यही दस्तूर है इनका
सितम मशहूर है इनका
ख़फा होके चेहरा छुपा ले
मगर याद रख हुस्नवाले
जो है आग तेरी जवानी
मेरा प्यार है सर्द पानी
मैं तेर गुस्से को ठंडा न कर दूं हाँ
पर्दानशीं को बेपर्दा...

# Koi Sagar Dil Ko / कोई सागर दिल को



चित्रपट / एल्बम :दिल दिया दर्द लिया (1966)
संगीतकार : नौशाद अली
गीतकार : शकील बदायुनी
गायक एवं गायिका  :मो.रफ़ी

कोई सागर दिल को बहलाता नहीं
बेख़ुदी में भी करार आता नहीं
कोई सागर दिल को...

मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दूं गम से घबराता नहीं
कोई सागर दिल को...

कल तो सब थे कारवाँ के साथ-साथ
आज कोई राह दिखलाता नहीं
कोई सागर दिल को...

ज़िन्दगी के आईने को तोड़ दो
इसमें अब कुछ भी नज़र आता नहीं
कोई सागर दिल को...

# Paaon Chhoo Lene Do / पाँव छू लेने दो



चित्रपट / एल्बम : ताज महल (1963)
संगीतकार : रोशन
गीतकार : साहिर लुधियानवी
गायक एवं गायिका  :मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी
वरना हमको नहीं, इनको भी शिकायत होगी

आप जो फूल बिछाए, उन्हें हम ठुकराएँ
हमको डर है, के ये तौहीन-ए-मोहब्बत होगी

दिल की बेचैन उमंगो पे करम फरमाओ
इतना रुक रुक, के चलोगी तो क़यामत होगी
पाँव छू लेने दो...

शर्म रोके हैं इधर, शौक उधर खेंचे हैं
क्या खबर थी, कभी इस दिल की ये हालात होगी

शर्म गैरों से हुआ करती है अपनों से नहीं
शर्म हमसे भी करोगी तो मुसीबत होगी
पाँव छू लेने दो...

# Le gai Dil Gudiya / ले गई दिल गुड़िया जापान की



चित्रपट / एल्बम : लव इन टोक्यो (1966)
संगीतकार : शंकर जयिकशन
गीतकार : हसरत जयपुरी
गायक  : मो.रफ़ी

जापान, लव इन टोक्यो
ले गई दिल गुड़िया जापान की
पागल मुझे कर दिया
जापान, लव इन टोक्यो

ये तो शहर मस्ताना, जिसका अन्दाज़ माशूक़ाना
देता है प्यार का पैमाना, करता है सबको दीवाना
ले गई दिल...

देखो वो गोरी-गोरी राहें, हमको इशारों से बुलाएँ
कितनी रंगीन हैं फ़िज़ाएँ, जापानी परियां मुस्कुराएं
ले गई दिल...

नाचे हर मोड़ पे जवानी, कहती है प्यार की कहानी
आई वो कैबरे की रानी, जिसकी अदा में ज़िन्दगानी
ले गई दिल...

# Sayonara Sayonara /सायोनारा सायोनारा



चित्रपट / एल्बम : लव इन टोक्यो (1966)
संगीतकार : शंकर जयिकशन
गीतकार : हसरत जयपुरी
गायिका  : लता मंगेशकर

सायोनारा सायोनारा
वादा निभाऊँगी सायोनारा
इठलाती और बलखाती
कल फिर आऊँगी सायोनारा
सायोनारा, सायोनारा

छोड़ दे मेरी बाँहों को
रोक ना मेरी राहों को
इतनी भी बेताबी क्या
समझा अपनी निगाहों को
सायोनारा सायोनारा...

चंचल शोख़ बहारों में
रस बरसाते नज़ारों में
तुझको भूल ना पाऊँगी
होगा मिलन गुलज़ारों में
सायोनारा सायोनारा...

होंगी रोज़ मुलाक़ातें
अपने दिन अपनी रातें
कौन हमें फिर रोकेगा
जी भर कर करना बातें
सायोनारा सायोनारा...

# Main Tere Ishq Mein / मैं तेरे इश्क में



चित्रपट / एल्बम : लोफर (1973)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायिका  : लता मंगेशकर

मैं तेरे इश्क में, मर ना जाऊं कहीं
तू मुझे आजमाने की कोशिश ना कर
ख़ूबसूरत है तू, तो हूँ मैं भी हसीं
मुझसे नज़रें चुराने की कोशिश ना कर
मैं तेरे इश्क में...

शौक से तू मेरा इम्तिहान ले
तेरे क़दमों पे रख दी है जान ले
बेकदर, बेखबर मान जा ज़िद ना कर
तोड़कर दिल मेरा ऐ मेरे हमनशीं
इस तरह मुस्कुराने की कोशिश ना कर
ख़ूबसूरत है तू...

फेर ली क्यूँ नज़र मुझसे रूठ कर
दिल के टुकड़े हुए टूट-टूट कर
क्या कहा दिलरुबा तू है मुझसे खफा
इक बहाने है, ये हकीकत नहीं
तू बहाने बनाने की कोशिश ना कर
ख़ूबसूरत है तू...

कबसे बैठी हूँ में इंतज़ार में
झूठा वादा ही कर कोई प्यार में
क्या सितम है सनम, तेरे सर की कसम
याद चाहे न कर, तू, मुझे गम नहीं
हाँ, मगर भूल जाने की कोशिश ना कर
ख़ूबसूरत है तू...

# Dekha Na Haay Re / देखा ना हाय रे


चित्रपट / एल्बम : बॉम्बे टू गोवा (1972)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : राजेंद्र कृष्ण
गायक  : किशोर कुमार

देखा न हाय रे, सोचा न हाय रे, रख दी निशाने पे जान
कदमों में तेरे निकले मेरा दम, है बस यही अरमाँ

मिट जायेंगे मर जायेंगे, काम कोई कर जायेंगे
मर के भी चैन ना मिले, तो जायेंगे यारों कहाँ
देखा ना हाय रे...

क़ातिल है कौन, कहा नहीं जाये, चुप भी तो रहा नहीं जाये
बुलबुल है कौन, कौन सैय्याद, कुछ तो कहो रे मेरी जाँ
देखा ना हाए रे...

घर से चले खाके क़सम, छोड़ेंगे पीछा ना हम
सर पे कफ़न बांधे हुए, आया दीवाना यहाँ
देखा ना हाए रे...

# Jaane Kyon Log Mohabbat / जाने क्यों लोग मोहब्बत



चित्रपट / एल्बम : महबूब की मेहँदी (1971)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायिका  : लता मंगेशकर

इस ज़माने में, इस मोहब्बत ने 
कितने दिल तोड़े, कितने घर फूँके
जाने क्यों लोग मोहब्बत किया करते है
दिल के बदले दर्द-ए-दिल लिया करते है

तनहाई मिलती है, महफ़िल नहीं मिलती
राह-ए-मोहब्बत में कभी मंज़िल नही मिलती
दिल टूट जाता है, नाकाम होता है
उल्फ़त में लोगों का यही अंजाम होता है
कोई क्या जाने, क्यों ये परवाने
यूं मचलते है, ग़म में जलते है 
आहें भर-भर के दीवाने जिया करते हैं 
जाने क्यों लोग मोहब्बत...

सावन मे आँखो को, कितना रूलाती है
फ़ुर्क़त में जब दिल को किसी की याद आती है
ये ज़िन्दगी यूं ही बर्बाद होती है
हर वक़्त होठों पे कोई फ़रियाद होती है
ना दवाओं का नाम चलता है
ना दुआओं से काम चलता है
ज़हर ये फिर भी सभी क्यों पिया करते हैं
जाने क्यों लोग मोहब्बत...

महबूब से हर ग़म मनसूब होता है
दिन रात उल्फ़त में तमाशा खूब होता है
रातों से भी लंबे ये प्यार के किस्से 
आशिक़ सुनाते हैं जफ़ा-ए-यार के किस्से
बेमुरव्वत है, बेवफा है वो
उस सितमगर का, अपने दिलबर का
नाम ले लेके दुहाई दिया करते हैं
जाने क्यों लोग मोहब्बत...

# Main Tainu Samjhawaan /मैं तेनु समझावां



चित्रपट / एल्बम : हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया (2014)
संगीतकार : शरीब तोशी
गीतकार : कुमार
गायक/ गायिका  : अरिजीत सिंह, श्रेया घोषाल

मैं तेनु समझावां की, न तेरे बिना लगदा जी
तू की जाने प्यार मेरा, मैं करूँ इंतजार तेरा
तू दिल, तुइयो जान मेरी

मेरे दिल ने चुनलईयाने, तेरे दिल दिया राहां
तू जो मेरे नाल तू रहता, तुरपे मेरीया साहां
जीना मेरा, हाए, हुण है तेरा, की मैं करां
तू कर ऐतबार मेरा, मैं करूँ इन्तज़ार तेरा
तू दिल तुइयो जान मेरी
मैं तैनु समझावां की...

वे चंगा नईयों कीता बीवा
वे चंगा नईयों कीता बीवा
दिल मेरा तोड़ के
वे बड़ा पछताईयां अखाँ
वे बड़ा पछताईयां अखाँ
नाल तेरे जोड़ के

तेनु छड्ड के कित्थे जावां, तू मेरा परछावां
तेरे मुखड़े विच ही मैं तान, रब नु अपने पावां
मेरी दुआ हाय, सजदा तेरा करदी सदा
तू सुन इक़रार मेरा, मैं करूँ इंतज़ार तेरा
तू दिल तुइयो जान मेरी
मैं तैनु समझावां की...

# Anhoni Ko Honi Kar De /अनहोनी को होनी कर दे

चित्रपट / एल्बम : अमर अकबर एन्थोनी (1977)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक :  महेंद्र कपूर, शैलेन्द्र सिंह, किशोर कुमार

अनहोनी को होनी कर दे, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
अमर अकबर एन्थनी
अनहोनी को होनी...

एक एक से भले, दो दो से भले तीन
दूल्हा दुल्हन साथ नहीं, बाजा है बारात नहीं
कुछ डरने की बात नहीं
ये मिलन की रैना है, कोई ग़म की रात नहीं
यारों हँसो बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी
एक जगह जब जमा...

एक एक से भले, दो दो से भले तीन
शम्मा के परवानों को इस घर के मेहमानों को
पहचानो अन्जानों को
कैसे बात मतलब की समझाऊँ दीवानों को
सपन सलोने ले के आई है ये रात सलोनी
एक जगह जब जमा...

# Shirdi Waale Sai Baba / शिरडी वाले साईँ बाबा



चित्रपट / एल्बम : अमर अकबर एन्थोनी (1977)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायिका  :  मो.रफ़ी

ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है
तेरे दरबार में बिगड़ी हुई तक़दीर बनती है

तारीफ़ तेरी निकली है दिल से, आई है लब पे बन के क़व्वाली
शिरडी  वाले साईँ बाबा, आया है तेरे दर पे सवाली
लब पे दुआएँ आँखों में आँसू, दिल में उम्मीदें पर झोली खाली
शिरडी  वाले...

ओ मेरे साईँ देवा तेरे सब नाम लेवा
जुदा इन्सान सारे सभी तुझको हैं प्यारे
तुम्हीं फ़रियाद सबकी तुझे है याद सबकी
बड़ा या कोई छोटा नहीं मायूस लौटा
अमीरों का सहारा ग़रीबों का गुज़ारा
तेरी रहमत का क़िस्सा बयाँ अकबर करे क्या
दो दिन की दुनिया, दुनिया है गुलशन
सब फूल बाँटे तू सबका माली
शिरडी  वाले...

ख़ुदा की शान तुझमें दिखे भगवान तुझमें
तुझे सब मानते हैं तेरा घर जानते हैं
चले आते हैं दौड़े जो ख़ुश-क़िस्मत थोड़े
यही हर राही की मंज़िल यह हर कश्ती का साहिल
जिसे सबने निकाला उसे तूने सम्भाला
तू बिछड़ों को मिलाए बुझे दीपक जलाए
ये ग़म की रातें रातें ये काली
इनको बना दे ईद और दीवाली
शिरडी  वाले...

# Main Jat Yamla Pagla Deewana /मैं जट यमला पगला दीवाना



चित्रपट / एल्बम :  प्रतिज्ञा (1975)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक:  मो.रफ़ी

मैं जट यमला पगला दीवाना
हो रब्बा इत्ती सी बात ना जाना
के के के, ओ मैनू प्यार करती है
साडे उत्ते ओ मरदी है

उसने तो कहा हर बात को इशारे में
दीया भी जला के रखा रातों को चौबारे में
रेशमी दुपट्टा फेंका पींग के हुलारे में
मेले में अकेले बीच बाज़ार सारे में
कौन सा बनाया न बहाना, बहाना,बहाना
मैं जट यमला पगला...

ऐसा नहीं होता तो वो ऐसे शरमाती ना
मुझे आते देख सड़क पे भाग जाती ना
ज़ुल्फ़ों के घूँघट में मुखड़ा छुपाती ना
छोटी सी उमर में वो जान को लगाती ना
प्रेम का रोग पुराना, पुराना, पुराना
मैं जट यमला पगला...

# Ye Jawani Hai Deewani /ये जवानी है दीवानी



चित्रपट / एल्बम :  जवानी दीवानी (1972)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक  : किशोर कुमार


ये जवानी, है दीवानी
हाँ मेरी रानी, रुक जा ओ रानी
देख ज़रा पीछे मुड के
चली कहाँ ऐसे उड़ के

बातें, मुलाकातें, करने की शाम है
ऐसे में है रुठना, दीवानों का काम है
ये जवानी, है दीवानी...

रूठी, चल झूठी, बस टूटी दोस्ती
शिकवा होठों पे, आँखों में प्यार भी
ये जवानी, है दीवानी...

मिल के, दिल दिल से, खिल जाता बन के फूल
पर तुझको ना भूली, छोटी सी मेरी भूल
ये जवानी, है दीवानी...

# Awaaz Do Hum Ek Hain / आवाज़ दो हम एक हैं



चित्रपट / एल्बम :
संगीतकार : खैय्याम
गीतकार : जाँ निसार अख्तर
गायक : मो.रफ़ी


एक है अपनी ज़मीं, एक है अपना गगन
एक है अपना जहां, एक है अपना वतन
अपने सभी सुख एक हैं, अपने सभी ग़म एक हैं
आवाज़ दो, आवाज़ दो हम एक हैं, हम एक हैं

ये वक़्त खोने का नहीं, ये वक़्त सोने का नहीं
जागो वतन ख़तरे में है, सारा चमन खतरे में है
फूलों के चेहरे ज़र्द हैं, ज़ुल्फ़ें फ़िज़ा की गर्द हैं
उमड़ा हुआ तूफ़ान है, नरगे में हिन्दुस्तान है
दुश्मन से नफ़रत फ़र्ज़ है, घर की हिफ़ाज़त फ़र्ज़ है
बेदार हो, बेदार हो, आमादा-ए-पैकार हो
आवाज़ दो हम एक हैं...

ये है हिमाला की ज़मीं, ताज-ओ-अजंता की ज़मीं
संगम हमारी आन है, चित्तौड़ अपनी शान है
गुल्मर्ग का महका चमन, जमुना का तट, गोकुल का बन
गंगा के धारे अपने हैं, ये सब हमारे अपने हैं
कह दो कोई दुश्मन नज़र, उठे न भूले से इधर
कह दो के हम बेदार हैं, कह दो के हम तैयार हैं
आवाज़ दो हम एक हैं...

उठो जवानां-ए-वतन, बाँधे हुए सर से कफ़न
उठो दकन की ओर से, गंग-ओ-जमन की ओर से
पंजाब के दिल से उठो, सतलुज के साहिल से उठो
महाराष्ट्र की खाक से, दिल्ली की अर्ज़-ए-पाक से
बंगाल से गुजरात से, कश्मीर के बागात से
नेफ़ा से, राजस्थान से, कुल खाके हिन्दोस्तान से
आवाज़ दो हम एक हैं...

# Sara Zamana Haseenon Ka Deewana /सारा ज़माना हसीनों का दीवाना


चित्रपट / एल्बम : याराना (1981)
संगीतकार : राजेश रोशन
गीतकार : अनजान
गायक : किशोर कुमार

हे सारा ज़माना, सारा ज़माना
हसीनों का दीवाना, हसीनों का दीवाना
ज़माना कहे फिर क्यों, ज़माना कहे फिर क्यों
बुरा है दिल लगाना, बुरा है दिल लगाना

ये कौन कह रहा है, तू आज प्यार कर ले
जो कभी भी ख़त्म न हो, वो एतबार कर ले
मान ले, मान ले मेरी बात, मेरी बात
सारा ज़माना, सारा ज़माना
हसीनो का दीवाना, हसीनो का दीवाना...

जब हुस्न ही नहीं तो, दुनिया में क्या कशिश है
दिल, दिल वही है जिसमें, कहीं प्यार की खलिश है
मान ले, मान ले मेरी बात, मेरी बात
हे सारा ज़माना, सारा ज़माना
हसीनो का दीवाना, हसीनो का दीवाना...

# Main Hoon Jhum Jhum Jhum Jhum Jhumru / मैं हूँ झुम झुम झुम झुम झुमरू



चित्रपट / एल्बम : झुमरू (1961)
संगीतकार : किशोर कुमार
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायक  : किशोर कुमार

मैं हूँ झुम झुम झुम झुम झुमरू  
फ़क्कड़ घुम घुम बनके घुमरू
मैं ये प्यार का गीत सुनाता चला
मंज़िल पे मेरी नज़र, मैं दुनिया से बेखबर
बीती बातों पे धूल उड़ाता चला
मैं हूँ झुम झुम झुम झुम...

मैं हूँ झुम झुम झुम झुम झुमरू
फ़क्कड़ घुम घुम बनके घुमरू
साथ में हमसफ़र न कोई कारवां
भोला भाला सीधा सादा
लेकिन दिल का हूँ शहज़ादा
है ये मेरी ज़मीं, ये मेरा आसमां

मैं हूँ झुम झुम झुम झुम झुमरू
फ़क्कड़ घुम घुम बनके घुमरू
प्यार सीने में है हर किसी के लिये
मुझको प्यारा हर इनसान, दिलवालों पे हूँ क़ुरबान
ज़िन्दगी है मेरी ज़िन्दगी के लिये

# Hum To Hain Raahi Dil Ke /हम तो हैं राही दिल के



चित्रपट / एल्बम : कारवाँ (1971)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायिका  : आशा भोंसले

हम तो हैं राही दिल के, पहुंचेंगे रुकते-चलते
मंज़िल है किसको प्यारी हो
अरे हम तो हैं मन के राजा, राजा की चली सवारी
अरे हो सुनो ज़रा
हम तो हैं राही...

हम वो अलबेले हैं, सारी दुनिया झेले हैं
अपने तो सब लाखों, बस कहने को अकेले हैं
अरे सबका बोझा लेई के, चलती है अपनी लारी
अरे हो सुनो ज़रा
हम तो हैं राही...

जब तक चलते जाएँ सबका ही दिल अपनाएँ
जब रोए कोई दूजा, नैना अपने छलक आएँ
प्यारे काम आएगी, सुन ता जा बात हमारी
अरे हो सुनो ज़रा
हम तो हैं राही...

हरे हरे शंकर जय शिव शंकर भूषण वल्लभ जय महेश्वर
अल्लाह हु अकबर, अल्लाह हु अकबर

पंडित मुल्ला डाँटें, पर हम सबका दुख बाँटें
सारे हैं अपने प्यारे, बोलो किसका गला काटें
रामू या रमजानी, अपनी तो सबसे यारी
अरे ओ सुनो ज़रा
हम तो हैं राही...

# Ab Jo Mile Hain / अब जो मिले हैं



चित्रपट / एल्बम : कारवाँ (1971)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायिका  : आशा भोंसले

अब जो मिले हैं तो
बाहों को बाहों में रहने दे ए साजना
सच्चे कि झूठे हैं
होंठों को होंठों से कहने दे ए साजना

यूँ ही नशा चढ़ता रहे
के तेरा प्यार बढ़ता रहे
ये झूमता साया तेरा
तन पे मेरे पड़ता रहे
तू आ गया जो होश में
क्या होगा फिर, ये भूल जा
अब जो मिले हैं...

तू है हवा, शोला हूँ मैं
मिलके भी जो मिल ना सके
बुझ ना सके तेरे बिना
तेरे बिना जल ना सके
मजबूर हूँ तेरी क़सम
झूठी नहीं मेरी वफ़ा
अब जो मिले हैं तो
मुझको निगाहों में रहने दे ए साजना
सच्चे कि झूठे हैं
नैनों को नैनों से कहने दे ए साजना

# Khaike Paan Banaras Waala /खाइके पान बनारस वाला


चित्रपट / एल्बम : डॉन (1978)
संगीतकार : कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार : अनजान
गायक : किशोर कुमार

अरे भंग का रंग जमा हो चकाचक
फिर लो पान चबाय
अरे ऐसा झटका लगे जिया पे
पुनर जनम होइ जाय

ओ खाइके पान बनारस वाला
खुल जाए बंद अकल का ताला
फिर तो ऐसा करे धमालसीधी कर दे सबकी चाल
ओ छोरा गंगा किनारे वाला
खाइके पान बनारस...

अरे राम दुहाई, कैसे चक्कर में पड़ गया हाय हाय हाय
कहाँ जान फ़ँसाई, मैं तो सूली पे चढ़ गया हाय हाय
कैसा सीधा सादा, मैं कैसा भोला भाला, हाँ हाँ!
अरे कैसा सीधा सादा मैं कैसा भोला भाला
जाने कौन घड़ी में पड़ गया पढ़े-लिखों से पाला
मीठी छूरी से, मीठी छूरी से हुआ हलाल
छोरा गंगा किनारे वाला...

एक कन्या कुँवारी हमरी सूरत पे मर गई, हाय हाय हाय
एक मीठी कटारी, हमरे दिल में उतर गई हाय हाय
कैसी गोरी गोरी ओ तीखी तीखी छोरी, वाह वाह!
अरे कैसी गोरी गोरी ओ तीखी तीखी छोरी
करके जोरा-जोरी, कर गई हमरे दिल की चोरी
मिली छोरी तो, मिली छोरी तो हुआ निहाल
छोरा गंगा किनारे वाला...

Monday 30 January 2017

# Bekhudi Mein Sanam /बेखुदी में सनम


चित्रपट / एल्बम :हसीना मान जाएगी (1968)
संगीतकार :  कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार :  प्रकाश महरा
गायक  एवं गायिका : मो.रफ़ी, लता मंगेशकर


बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम
आ गये, आ गये, आ गये पास हम

आग ये कैसी मन में लगी है, मन से बढ़ी तो तन में लगी है
आग नहीं ये दिल की लगी है, जितनी बुझाई उतनी जली है
दिल की लगी ना हो तो क्या ज़िन्दगी है
साथ हम जो चले, मिट गये फ़ासले
आ गये, आ गये...

खोई नज़र थी, सोये नज़ारे, देखा तुम्हें तो जागे ये सारे
दिल ने किये जो दिल को इशारे, मिल के चले हम साथ तुम्हारे
आज खुशी से मेरा दिल ये पुकारे
तेरा दामन मिला, प्यार मेरा खिला
आ गये, आ गये...

दिल की कहानी पहुची ज़ुबां तक, किस को खबर अब पहुंचे कहाँ तक
प्यार के राही आये यहाँ तक, जायेंगे दिल की हद है जहाँ तक
तुम साथ दो तो चले हम आसमां तक
दिल में अरमां लिए, लाख तूफां लिए
आ गये, आ गये...

# Chale The Saath Mil Ke /चले थे साथ मिल के



चित्रपट / एल्बम :हसीना मान जाएगी (1968)
संगीतकार :  कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार :  प्रकाश महरा
गायक  :  मो.रफ़ी

चले थे साथ मिल के, चलेंगे साथ मिलकर
तुम्हें रुकना पड़ेगा, मेरी आवाज़ सुनकर
चले थे साथ मिल के...

हमारी जान लेंगी, तुम्हारी ये अदायें
हमें जीने ना देंगी, तुम्हारी ये निगाहें
समझ लो बात दिल की, तुम्हे देंगे दुआएं
चले थे साथ मिल के...

बड़ा प्यासा है ये दिल, इसे मदहोश कर दो
भड़क उठे हैं शोले, इन्हें खामोश कर दो
हमारा होश ले लो, हमें बेहोश कर दो
चले थे साथ मिल के...

# Keh Doon Tumhen /कह दूँ तुम्हें



चित्रपट / एल्बम : दीवार (1975)
संगीतकार :  एस.डी.बर्मन
गीतकार :  साहिर लुधियानवी
गायक  :  किशोर कुमार, आशा भोंसले

कह दूँ तुम्हें, हाँ
या चुप रहूँ, ना
दिल में मेरे आज क्या है, क्या है
कह दूँ तुम्हें या चुप रहूँ
दिल में मेरे आज क्या है
जो बोलो तो जानूँ, गुरू तुमको मानूँ
चलो ये भी वादा है
अच्छा
कह दूँ तुम्हें...

सोचा है तुमने कि चलते ही जाएँ
तारों से आगे कोई दुनिया बसाएँ
ठीक है? अहाँ
तो तुम बताओ? बताऊँ? हाँ
सोचा ये है कि तुम्हें रस्ता भुलाएँ
सूनी जगह पे कहीं छेड़ें डराएँ
हाय रे ना ना, ये ना करना
अरे नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं नहीं 
कह दूँ तुम्हें...

सोचा है तुमने कि कुछ गुनगुनाएँ
मस्ती में झूमें ज़रा धूमें मचाएँ
अब ठीक है? उहूँ
तो तुम बताओ ना? बताऊँ? हाँ
सोचा ये है कि तुम्हें नज़दीक लाएँ
फूलों से होंठों की लाली चुराएँ
हाय रे ना ना, ये ना करना
अरे नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं नहीं
कह दूँ तुम्हें...

# Sun Le Zara /सुन ले ज़रा


चित्रपट / एल्बम : सिंघम रिटर्न्स (2014)
संगीतकार : अंकित तिवारी
गीतकार :  संदीप नाथ, अभेन्द्र कुमार उपाध्याय
गायक  :  अरिजीत सिंह

दर पे तेरे अाके, मैं खड़ा सिर झुका के  
कर दे करम, अपना धरम मैं निभाऊं 
ओ रहनुमा 
मेरी दुआ, है इल्तेजा 
सुन ले ज़रा, सुन ले ज़रा 
सुन ले ज़रा, सुन ले ज़रा 
मेरी दुआ... 

हर पल दिल में है शोले जलते हुए 
खुदको बचाऊँ मैं कैसे पिघलते हुए 
ठहरे हुए मेरे कदम 
चल ना पाऊं ओ रहनुमा 
मेरी दुआ, है इल्तेजा 
सुन ले ज़रा...

कर लूं मैं पूरे ख़ुद से जो वादे मेरे 
अब तू दिखा दे राहें मैं सदके तेरे
दिल में मेरे कितने भरम 
क्या बताऊँ ओ रहनुमा 
मेरी दुआ, है इल्तेजा 
सुन ले ज़रा...

# De De Pyar De / दे दे प्यार दे


चित्रपट / एल्बम : शराबी (1984)
संगीतकार : बप्पी लाहिरी
गीतकार :  अनजान
गायक  :  किशोर कुमार

मीना, अरे मीना
आ गया तेरा दीवाना
बता, बता, अरे कहाँ है तेरा ठिकाना?

हम बन्दे हैं प्यार के मांगें सबकी खैर
अपनी सबसे दोस्ती, नहीं किसी से बैर

दे दे प्यार दे, प्यार दे, प्यार दे दे, हमें प्यार दे
दुनिया वाले कुछ भी समझें हम हैं प्रेम दीवाने
जहाँ भी जाएँ तुझे पुकारें गा के प्रेम तराने
दे दे प्यार दे...

अरे आने को तो रोज़ हैं आते सूरज, चाँद, सितारे
हाँ फिर भी अँधेरी है ये दुनिया तू ही राह दिखा रे
प्रेम, प्यार, सुख, चैन की बरखा तेरी नज़र से बरसे
ये दुख-दर्द की आग में भी कोई दिल ना प्यासा तरसे
दे दे प्यार दे...

अरे यहाँ दिलों के बीच खड़ी जो वो दीवार गिरा दे
हाँ दिल में सोई-सोई ऐसी प्यार की जोत जगा दे
प्यार हो दिल में तो लगती है सारी दुनिया प्यारी
हम सारी दुनिया के हैं, सारी दुनिया हमारी
दे दे प्यार दे...

# Bachna Ae Haseenon /बचना ऐ हसीनों


चित्रपट / एल्बम : हम किसी से कम नहीं (1977)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायक  :  किशोर कुमार

बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया 
हुस्न का आशिक़, हुस्न का दुश्मन 
अपनी अदा है यारों से जुदा 
बचना ऐ हसीनों... 

है, दुनिया में नहीं है, आज मेरा सा दीवाना 
प्यार वालों की जुबां पे, है मेरा ही तराना 
सबकी रंग भरी आँखों में आज, चमक रहा है मेरा ही नशा 
बचना ऐ हसीनों... 

जाम मिलतें हैं अदब से, शाम देती है सलामी
गीत झुकते है लबों पे, साज़ करते हैं गुलामी
हो कोई परदा हो या बादशाह, आज तो सभी हैं मुझपे फ़िदा 
बचना ऐ हसीनों...

एक हंगामा उठा दूं, मैं तो जाऊं जिधर से 
जीत लेता हूँ दिलों को, एक हल्की सी नज़र से 
महबूबों की महफ़िल में आज, छायी है छायी है मेरी ही अदा 
बचना ऐ हसीनों...

# Aaya Re Khilonewala /आया रे खिलोनेवाला


चित्रपट / एल्बम : बचपन (1970)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक  :  मो.रफ़ी

आया रे खिलोनेवाला खेल खिलोने ले के आया रे, आया रे
आओ मेरी आखों के तारो, कहाँ गए ओ मेरे प्यारो
आया रे खिलोनेवाला...

शोर क्यों मचाती है ये बरखा दीवानी
बरसा घटाओं से लाखों मन पानी
मेरी तरह तुम कब रोये हो ओ सावन के नज़ारों
आया रे खिलोनेवाला...

भरी हैं कलियों से हर बाग़ की डाली
मेरी तो झोली में दो फूल थे खाली
छिन लिए वो भी कहीं तुमने ओ बेईमान बहारों
आया रे खिलोनेवाला...

देखो मैंने गुड्डे की शादी है रचाई
मेरी प्यारी गुड़िया की बारात है आई
गोरी चली बाबुल के घर से, डोली ले आओ कहारों
आया रे खिलोनेवाला...

# Akhiyon Ko Rehne दे/ अँखियों को रहने दे


चित्रपट / एल्बम : बॉबी (1973)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक  :  लता मंगेशकर

टूट के दिल के टुकड़े टुकड़े हो गए मेरे सीने में
आ गले लगके मर जाएं, क्या रखा है जीने में

अँखियों को रहने दे, अँखियों के आस पास
दूर से दिल की बुझती रहे प्यास

दर्द ज़माने में कम नहीं मिलते
सबको मोहब्बत के ग़म नहीं मिलते
टूटने वाले दिल होते हैं कुछ खास
दूर से दिल की...

रह गई दुनिया में नाम की खुशियाँ
तेरे मेरे किस काम की खुशियाँ
सारी उमर हमको रहना है यूँ उदास
दूर से दिल की...

# Hum Tum Ek Kamre Mein / हम तुम एक कमरे में


चित्रपट / एल्बम : बॉबी (1973)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक  :  लता मंगेशकर, शैलेन्द्र सिंह

 बाहर से कोई अन्दर न आ सके
अन्दर से कोई बाहर न जा सके
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो

हम तुम, इक कमरे में बन्द हों
और चाभी खो जाये
तेरे नैनों के भूल भुलैय्या में
बॉबी खो जाये
हम तुम एक कमरे में...

आगे हो घनघोर अन्धेरा (बाबा मुझे डर लगता है)
पीछे कोई डाकू लुटेरा (उँ, क्यों डरा रहे हो)
आगे हो घनघोर अन्धेरा, पीछे कोई डाकू लुटेरा
उपर भी जाना हो मुशकिल, नीचे भी आना हो मुशकिल
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो, सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
हम तुम कहीं को जा रहे हों, और रस्ता भूल जाये
तेरी बैय्याँ के झूले में सैय्याँ, बॉबी झूल जाये
हम तुम एक कमरे में...

बस्ती से दूर, परबत के पीछे, मस्ती में चूर घने पेड़ों के नीचे
अन्देखी अन्जानी सी जगह हो, बस एक हम हो दूजी हवा हो
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो, सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
हम तुम एक जंगल से गुज़रें, और शेर आ जाये
शेर से मैं कहूँ तुमको छोड़ के, मुझे खा जाये
हम तुम एक कमरे में...

ऐसे क्यों खोये खोये हो, जागे हो कि सोये हुए हो
क्या होगा कल किसको खबर है, थोड़ा सा मेरे दिल में ये डर है
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो, सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
हम तुम, यूँ ही हँस खेल रहे हों, और आँख भर आये
तेरे सर की क़सम तेरे ग़म से, बॉबी मर जाये
हम तुम एक कमरे में...

# Mujhe Kuch Kahna Hai / मुझे कुछ कहना है




चित्रपट / एल्बम : बॉबी (1973)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक  :  लता मंगेशकर, शैलेन्द्र सिंह

मुझे कुछ कहना है
मुझे भी कुछ कहना है
पहले तुम, पहले तुम

देखो, जिस तरह लखनऊ के दो नवाबों की गाड़ी
पहले आप, पहले आप, पहले आप
पहले आप करते निकल गयी थी
उस तरह हमारी पहले तुम, पहले तुम, पहले तुम
पहले तुम में ये मस्ती भरी रूठ ना चली जाए

अच्छा, मै कहती हूँ
अक्सर कोई लड़की इस हाल मे
किसी लड़के से सोलहवें साल मे
जो कहती है वो मुझे कहना है
अक्सर कोई लड़का इस हाल मे
किसी लड़की से सोलहवें साल मे
जो कहता है वो मुझे कहना है
अक्सर कोई लड़की...

ना आँखों में नींद, ना दिल में करार
यही इंतज़ार, यही इंतज़ार
तेरे बिना कुछ भी अच्छा नहीं लगता
सब झूठा लगता है, सच्चा नहीं लगता
ना घर में लगे दिल, ना बाहर कहीं पर
बैठी हूँ कहीं पर, खोयी हूँ कहीं पर
अरे कुछ ना कहूँ, चुप रहूँ
मै नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं पर
अब मुश्किल चुप रहना है
मुझे कुछ कहना है...

मुझे रात दिन नहीं और काम
कभी तेरी याद, कभी तेरा नाम
सब रंग दुनिया के फीके लगते हैं
एक तेरे बोल बस मीठे लगते हैं
लिखे हैं बस तेरे सजदे इस ज़मीं पर
जिंदा हूँ मैं तेरी बस हाँ पर नहीं पर
अरे कुछ ना कहूँ, चुप रहूँ
मै नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं पर
अब मुश्किल चुप रहना है
मुझे कुछ कहना है...

मिले हमको फूल के कांटें मिले
वहाँ जा बसे, वहाँ जा रहे
तुझे मिलने में जहाँ डर ना हो कोई
पिया के सिवाय दूजा घर ना हो कोई
क्या ऐसी जगह है कोई इस ज़मीं पर
रहने दे बात को यहाँ पर, यहीं पर
अरे कुछ ना कहूँ, चुप रहूँ
मै नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं पर
अब मुश्किल चुप रहना है
मुझे कुछ कहना है...

# Na Chaahun Sona Chandi /ना चाहूँ सोना चांदी



चित्रपट / एल्बम : बॉबी (1973)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बख्शी
गायक  :  मन्ना डे, शैलेन्द्र सिंह

न चाहूँ सोना चांदी, न चाहूँ हीरा मोती
ये मेरे किस काम के
न मांगूँ बंगला बाड़ी, न मांगूँ घोड़ा-गाड़ी
ये तो हैं बस नाम के
देता है दिल दे, बदले में दिल के
घे घे घे घे घे, दे रे साहिबा
प्यार में सौदा नहीं

न जानूं मुल्ला काज़ी, न जानूं काबा कशी
मैं तो हूँ प्रेम पियासा रे
मेरे सपनों की रानी, होगी तुमको हैरानी
मैं तो तेरा दीवाना रे
देती है दिल...

# Tu Maike Mat Jaiyo /तू मइके मत जइयो


चित्रपट / एल्बम : पुकार (1983)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : गुलशन बावरा
गायक  : अमिताभ बच्चन

तू मइके मत जइयो, मत जइयो मेरी जान
मत जइयो मेरी जान, तू मइके मत जइयो

जनवरी, फ़रवरी
जनवरी फ़रवरी के दो महीने लगती है मुझको सर्दी
तू क्या जाने, तू क्या जाने
तू क्या जाने सर्दी ने जो हालत पतली कर दी
तू मइके मत जइयो...

मार्च, अप्रैल में बहार कुछ ऐसे झूम के आये (कैसे?)
देख के तेरा, देख के तेरा
देख के तेरा गदरा बदन हाय जी मेरा ललचाये
तू मइके मत जइयो...

मई और जून का आता है जब रंगों भरा महीना
देख तेरा मलमल का कुरता, अरे छूटे मेरा पसीना
तू मइके मत जइयो...

जुलाई, अगस्त में सावन ऐसे रिमझिम रिमझिम बरसे

बन्द कमरे में, बन्द कमरे में!
बन्द कमरे में बैठेंगे हम निकलेंगे न घर से
तू मइके मत जइयो...

सेप्तम्बर, अक्तूबर का मौसम होता है प्यारा
सुनो मेरे लम्बू रे, सुनो मेरे मितवा
सुनो मेरा साथी रे
ऐसे में मैं, ऐसे में मैं
ऐसे में मैं रहूँ अकेला ये नहीं मुझे गंवारा
तू मइके मत जइयो...

हाय नवम्बर और दिसम्बर का तू पूछ न हाल
सच तो ये है, सच तो ये है
सच तो ये है पगली हम न बिछड़ें पूरा साल
तू मइके मत जइयो...