Sunday 5 February 2017

# Chand Akela Jaaye /चाँद अकेला जाये


चित्रपट / एल्बम: आलाप (1977)

संगीतकार : जयदेव

गीतकार :  राही मासूम रज़ा

गायक एवं गायिका :येसुदास


चाँद अकेला जाये सखी री

काहे अकेला जाये सखी री

मन मोरा घबराये री

सखी री, सखी री, ओ सखी री

चाँद अकेला जाए...


वो बैरागी वो मनभावन

कब आयेगा मोरे आँगन

इतना तो बतलाये री

सखी री, सखी री, ओ सखी री

चाँद अकेला जाए...


अंग अंग में होली दहके

मन में बेला चमेली महके

ये ऋतु क्या कहलाये री

भाभी री, भाभी री, ओ भाभी री

चाँद अकेला जाये...

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