Thursday 2 February 2017

# Patakha Guddi /पटाखा गुड्डी

चित्रपट / एल्बम :हाईवे (2014)
संगीतकार :ए.आर.रहमान
गीतकार : इरशाद कामिल
गायक एवं गायिका :सुल्ताना नूरान, ज्योति नूरान, ए.आर.रहमान

हाँ मिट्ठे पान दी गल्लोरी
लट्ठा सूट दा लाहोरी
फट्टे मार दी फिल्लौरी
जुगनी मेल मेल के
कूद फांद के
चक्क चकौटे जावे

मौला तेरा माली
ओ हरियाली जंगल वाली
तू दे हर गाली पे ताली
उसकी कदम-कदम रखवाली
ऐंवे लोक लाज की सोच-सोच के
क्यूं है आफत डाली
तू ले नाम रब का, नाम साईं का
अली अली अली अली
नाम रब का, नाम साईं का
अली अली अली अली
शर्फ़ खुदा का, ज़र्फ़ खुदा का
अली अली अली अली
अली हो, अली हो
चली ओ रे चली चली, चली ओ
अली अली तेरी गली
वो तो चली, अली अली
तेरी गली चली ओ

ओ जुगनी ओ, पटाखा गुड्डी ओ
नशे में उड्डी जाये रे हाये रे
सज्जे खब्बे धब्बे किल्ली ओ
मौला तेरा माली...

मैंने तो तेरे तेरे उत्ते छड्डेयाँ डोरियां
तू तो पाक रब का बांका बच्चा, राज-दुलारा तू ही
पाक रब का बांका बच्चा, उसका प्यारा तू ही
मालिक ने जो चिंता दी तो, दूर करेगा वो ही
नाम अली का लेके तू...

(कांच कंवारी, शर्म उतारी
चार पे भारी लगे
जाए भाड़ में दुनियादारी
वो तो चली चली चली
अली हो...)

जुगनी रुख पीपल दा होई
जिसनु पूजे ता हर कोई
जिसदी फसल किसे ना बोई
घर वि रख सके ना कोई
रास्ता नाप रही मरजानी
पट्ठी बारिश दा है पानी
जब नज़दीक जहान दे आणि
जुगनी मैली सी हो जानी
तू ले नाम रब दा अली अली
झाल्ल खालेरण छल्ली
नाम रब दा अली अली
हर दरवाज़ा अली
साईं रे..
मैंने तो तेरे तेरे उत्ते छड्डेयाँ डोरियां

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