Tuesday 31 January 2017

# Tu Iss Tarah Se / तू इस तरह से


चित्रपट / एल्बम : आप तो ऐसे ना थे (1980)
संगीतकार : उषा खन्ना
गीतकार :इन्दीवर
गायक एवं गायिका : मो.रफ़ी, मनहर उदास, हेमलता

तू इस तरह से मेरी ज़िन्दगी में शामिल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है तेरी महफ़िल है

ये आसमान, ये बादल, ये रास्ते, ये हवा
हर एक चीज़ हैं अपनी जगह ठिकाने से
कई दिनों से शिकायत नहीं ज़माने से
ये ज़िन्दगी है सफ़र, तू सफ़र की मंज़िल है
जहाँ भी जाऊँ...

तेरे बगैर जहां में, कोई कमी सी थी
भटक रही थी जवानी अँधेरी राहों में
सुकून दिल को मिला आके तेरी बाहों में
मैं एक खोयी हुई मौज हूँ तू साहिल है
जहाँ भी जाऊँ...

तेरे जमाल से रोशन है कायनात मेरी
मेरी तलाश तेरी दिलकशी रहे बाकी
खुदा करे के ये दीवानगी रहे बाकी
तेरी वफ़ा ही मेरी हर ख़ुशी का हासिल है
जहाँ भी जाऊँ...

हर एक फूल किसी याद सा महकता है
तेरे ख़याल से जागी हुई फिजायें है
ये सब्ज़ पेड़ हैं, या प्यार की दुआएं है
तू पास हो के नहीं फिर भी तू मुक़ाबिल है
जहाँ भी जाऊँ...

हर एक शय है मोहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो, ज़िन्दगी अधूरी है
रह-ए-वफ़ा में, कोई हमसफ़र ज़रूरी है
ये रास्ता कहीं तन्हाँ कटे तो मुश्किल है
जहाँ भी जाऊँ...

No comments:

Post a Comment