चित्रपट / एल्बम : ताज महल (1963)
संगीतकार : रोशन
गीतकार :साहिर लुधियानवी
गायक : मो.रफ़ी
जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं
रंगों में तेरा अक्स ढाला, तू ना ढल सकी
साँसों की आँच, जिस्म की खुशबू ना ढल सकी
तुझ में जो लोच है, मेरी तहरीर में नहीं
जो बात तुझमें है...
बेजान हुस्न में कहाँ, रफ़्तार की अदा
इन्कार की अदा है ना इकरार की अदा
कोई लचक भी जुल्फ-ए-गिरहगीर में नहीं
जो बात तुझमें है...
दुनियाँ में कोई चीज़ नहीं है तेरी तरह
फिर एक बार सामने आजा किसी तरह
क्या और इक झलक मेरी तकदीर में नहीं
जो बात तुझमें है...
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