चित्रपट / एल्बम : कारवाँ (1971)
संगीतकार : आर.डी.बर्मन
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
गायिका : आशा भोंसले
अब जो मिले हैं तो
बाहों को बाहों में रहने दे ए साजना
सच्चे कि झूठे हैं
होंठों को होंठों से कहने दे ए साजना
यूँ ही नशा चढ़ता रहे
के तेरा प्यार बढ़ता रहे
ये झूमता साया तेरा
तन पे मेरे पड़ता रहे
तू आ गया जो होश में
क्या होगा फिर, ये भूल जा
अब जो मिले हैं...
तू है हवा, शोला हूँ मैं
मिलके भी जो मिल ना सके
बुझ ना सके तेरे बिना
तेरे बिना जल ना सके
मजबूर हूँ तेरी क़सम
झूठी नहीं मेरी वफ़ा
अब जो मिले हैं तो
मुझको निगाहों में रहने दे ए साजना
सच्चे कि झूठे हैं
नैनों को नैनों से कहने दे ए साजना
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